ETV Bharat / state

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगेंगी स्वचालित बॉयो केमेस्ट्री व सीबीसी मशीनें, 65 जांचें होंगी - HEALTH FACILITIES IN CHC

लखनऊ में 20 सीएचसी और 82 पीएचसी का संचालन हो रहा है.

अस्पताल में इंतजार करते मरीज.
अस्पताल में इंतजार करते मरीज. (Photo Credit : ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 19, 2025, 1:58 PM IST

लखनऊ : मरीजों को अब जिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) से जांचों के लिए बड़े अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा. सीएचसी पर ही कम समय में 65 तरह की जांचें हो जाएंगी. इसके लिए सभी केंद्रों पर स्वचलित बायोकेमेस्ट्री व सीबीसी मशीन लगा कर विभाग से रीजेंट की मांग की गई है. अगले महीने से मरीजों को जांचों की सुविधा मिलने की उम्मीद है.

स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि राजधानी में सीएमओ के अधीन 20 सीएचसी और 82 पीएचसी का संचालन हो रहा है. पीएचसी पर न होने वाली जांच सीएचसी से कराई जाती है. अभी तक सीएचसी पर 15-20 जांचों की सुविधा है. बीकेटी, सरोजनीनगर, मोहनलालगंज, माल, मलिहाबाद, काकोरी, चिनहट समेत अन्य सीएचसी पर हॉर्मोनल, बॉयोकेमेस्ट्री, थॉयराइड समेत अन्य जांचों के नमूने एकत्र कर लोकबंधु या दूसरे बड़े अस्पताल भेजे जाते हैं. जांच रिपोर्ट आने में करीब 24 से 36 घंटे लग जाते हैं.


इससे मरीजों का सटीक इलाज शुरू करने में डॉक्टरों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. लिहाजा गंभीर मरीज निजी केंद्रों पर महंगी जांच कराते हैं. अब शासन के निर्देश पर सीएचसी पर स्वचलित बायोकेमेस्ट्री व सीबीसी मशीन लगाई गई हैं. जांचों के लिए रीजेंट की मांग सीएमओ से हुई. ताकि, जांचों का ग्राफ बढ़ाया जा सके. अफसरों का कहना है नई मशीन से सीएचसी पर 65 से अधिक तरह की जांच हो जाएगी. अलीगंज सीएचसी प्रभारी डॉ. शोभनाथ ने बताया नई मशीन स्थापित हुई है. अभी जिन जांच की सुविधा नहीं है वह नमूने बड़े अस्पताल भेजे जा रहे हैं. वहीं, सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है कि जांचे बढ़ने से मरीजों को राहत मिलेगी. स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए विभाग प्रयासरत है.

ये जांचें शुरू होंगी : डी डाइमर ब्लड में क्लॉट की जांच, सीरम क्रिटनिन ब्लड यूरिया, एसजीपीटी, एसजीओटी, टोटल प्रोटीन, टोटल कोलस्ट्राल, सिरम यूरिक एसिड, आयरन, सोडियम, पोटेशियम, सीरम वीएलडीएल, सीरम एचडीएल, सीरम एलडीएल, सीरम जीजीटी, समेत अन्य जांचों की सुविधा मिलेगी.

यह भी पढ़ें : केजीएमयू में शोध : पेट के कीड़ों की वजह से भी होता है माइग्रेन, मस्तिष्क में कैलशिफाइड डॉट बढ़ा देते हैं सीवियर्टी

यह भी पढ़ें : Medical News : यूपी के 10 सरकारी अस्पतालों व पांच मेडिकल कॉलेजों को बजट की संजीवनी, बढ़ेंगी सुविधाएं - कल्याण सिंह कैंसर संस्थान

लखनऊ : मरीजों को अब जिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) से जांचों के लिए बड़े अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा. सीएचसी पर ही कम समय में 65 तरह की जांचें हो जाएंगी. इसके लिए सभी केंद्रों पर स्वचलित बायोकेमेस्ट्री व सीबीसी मशीन लगा कर विभाग से रीजेंट की मांग की गई है. अगले महीने से मरीजों को जांचों की सुविधा मिलने की उम्मीद है.

स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि राजधानी में सीएमओ के अधीन 20 सीएचसी और 82 पीएचसी का संचालन हो रहा है. पीएचसी पर न होने वाली जांच सीएचसी से कराई जाती है. अभी तक सीएचसी पर 15-20 जांचों की सुविधा है. बीकेटी, सरोजनीनगर, मोहनलालगंज, माल, मलिहाबाद, काकोरी, चिनहट समेत अन्य सीएचसी पर हॉर्मोनल, बॉयोकेमेस्ट्री, थॉयराइड समेत अन्य जांचों के नमूने एकत्र कर लोकबंधु या दूसरे बड़े अस्पताल भेजे जाते हैं. जांच रिपोर्ट आने में करीब 24 से 36 घंटे लग जाते हैं.


इससे मरीजों का सटीक इलाज शुरू करने में डॉक्टरों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. लिहाजा गंभीर मरीज निजी केंद्रों पर महंगी जांच कराते हैं. अब शासन के निर्देश पर सीएचसी पर स्वचलित बायोकेमेस्ट्री व सीबीसी मशीन लगाई गई हैं. जांचों के लिए रीजेंट की मांग सीएमओ से हुई. ताकि, जांचों का ग्राफ बढ़ाया जा सके. अफसरों का कहना है नई मशीन से सीएचसी पर 65 से अधिक तरह की जांच हो जाएगी. अलीगंज सीएचसी प्रभारी डॉ. शोभनाथ ने बताया नई मशीन स्थापित हुई है. अभी जिन जांच की सुविधा नहीं है वह नमूने बड़े अस्पताल भेजे जा रहे हैं. वहीं, सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है कि जांचे बढ़ने से मरीजों को राहत मिलेगी. स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए विभाग प्रयासरत है.

ये जांचें शुरू होंगी : डी डाइमर ब्लड में क्लॉट की जांच, सीरम क्रिटनिन ब्लड यूरिया, एसजीपीटी, एसजीओटी, टोटल प्रोटीन, टोटल कोलस्ट्राल, सिरम यूरिक एसिड, आयरन, सोडियम, पोटेशियम, सीरम वीएलडीएल, सीरम एचडीएल, सीरम एलडीएल, सीरम जीजीटी, समेत अन्य जांचों की सुविधा मिलेगी.

यह भी पढ़ें : केजीएमयू में शोध : पेट के कीड़ों की वजह से भी होता है माइग्रेन, मस्तिष्क में कैलशिफाइड डॉट बढ़ा देते हैं सीवियर्टी

यह भी पढ़ें : Medical News : यूपी के 10 सरकारी अस्पतालों व पांच मेडिकल कॉलेजों को बजट की संजीवनी, बढ़ेंगी सुविधाएं - कल्याण सिंह कैंसर संस्थान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.