लखनऊ : लोगों को आवासीय सुविधा मुहैया कराने वाले लखनऊ विकास प्राधिकरण ने करीब 20 साल पहले अलीगंज में एक स्टेडियम विकसित किया था. इस स्टेडियम से लगभग 50 राष्ट्रीय और 5 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर निकल चुके हैं. इस सेंटर के करीब 50 खिलाड़ी भारत अंडर-19 ए टीम के अलावा रणजी ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट में खेल चुके हैं.
लखनऊ विकास प्राधिकरण अपने 50 साल पूरे कर चुका है. साल 2003 में एलडीए ने अलीगंज में नया स्टेडियम शुरू किया था. इस स्टेडियम को भी लगभग 21 साल पूरे हो चुके हैं. यह स्टेडियम एलडीए में कार्यरत व यूपी के पुराने क्रिकेटर गोपाल सिंह की देखरेख में संचालित हो रहा है. गोपाल सिंह को स्पोर्ट्स कोटे से एलडीए में तैनाती मिली थी.
150 युवक-युवतियां ले रहे प्रशिक्षण : स्टेडियम में इन दिनों 100 के करीब लड़के और 50 लड़कियां प्रशिक्षण ले रहें हैं. हेड कोच गोपाल सिंह ने बताया कि पिछले कुछ सालों में 5 क्रिकेटर रणजी ट्रॉफी का हिस्सा बने. इनमें ऑल राउंडर अक्षदीप नाथ, लेग स्पिनर जीशान अंसारी, मनोज रावत, हिमांशु असनोरा के अलावा कुछ अन्य खिलाड़ी भी शामिल हैं.
ये खिलाड़ी दिखा चुके हैं जलवा : साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए अंडर-19 विश्वकप में अक्षय दीपनाथ भारतीय क्रिकेट टीम के उप कप्तान थे. इस टीम ने चैंपियनशिप में विजेता होने का गौरव प्राप्त किया था. इसी तरह से साल 2018 में लेग स्पिनर जीशान अंसारी भारतीय अंडर-19 टीम का हिस्सा थे. न्यूजीलैंड में खेले गए इस विश्वकप में भारत विजेता बना था. हिमांशु असनोरा भी भारतीय इमर्जिंग टीम का हिस्सा रह चुके हैं.
यूपी T20 लीग अक्षय दीपनाथ ने की थी शानदार बल्लेबाजी : गोपाल सिंह ने बताया इसके अलावा अलग-अलग आयु वर्ग की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में इस स्टेडियम के 50 के करीब खिलाड़ी जगह बना चुके हैं. जीशान अंसारी और अक्षदीप नाथ इंडियन प्रीमियर लीग में भी जगह बना चुके हैं. पिछले दिनों संपन्न यूपी T20 लीग में अक्षय दीपनाथ ने शानदार बल्लेबाजी की और जीशान अंसारी ने भी सबसे अधिक विकेट लिए थे.
स्टेडियम में हॉस्टल की नहीं है सुविधा : गोपाल सिंह का कहना है कि गरीब वर्ग के खिलाड़ियों की मदद के लिए स्टेडियम को संचालित किया जा रहा है. यहां लड़कों को मात्र ₹1000 महीने की फीस पर क्रिकेट का प्रशिक्षण दिया जाता है. लड़कियों से कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है. स्टेडियम में हॉस्टल जैसी सुविधाएं नहीं मिलती हैं. दूसरे शहर के खिलाड़ी भी प्रशिक्षण लेने आते हैं. वे बाहर कमरा लेकर रहते हैं.
खेल का सामान मिलता है निशुल्क : उन्होंने बताया कि स्टेडियम में बॉलिंग मशीन, वाटर कूलर, पार्किंग, व्यायाम के अलावा पांच टर्फ विकेट और दो सीमेंटेड विकेट हैं. सीनियर क्रिकेटरों को हम प्रशिक्षण के साथ कोचिंग के जरिए रोजगार की भी व्यवस्था कर रहे हैं. गरीब खिलाड़ियों को निशुल्क खेल का सामान भी उपलब्ध कराया जाता है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार इसमें मदद करते हैं.
गोपाल सिंह ने बताया कि इस स्टेडियम में बीसीसीआई पहले प्रथम श्रेणी के मुकाबले भी कराता था. मूख बधिर क्रिकेटरों का अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट भी यहां आयोजित किया गया. बीसीसीआई के मानक सख्त होने की वजह से यहां प्रथम श्रेणी मुकाबला नहीं हो पाए. सुरेश रैना और रिंकू सिंह जैसे क्रिकेटरइस स्टेडियम में प्रैक्टिस कर चुके हैं.
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