अशोकनगर। मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटो में सबसे चर्चित सीट गुना-शिवपुरी है. यहां से वर्तमान सांसद केपी यादव का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है. केपी यादव ने साल 2019 के चुनाव में सिंधिया को हराया था. उस समय सिंधिया कांग्रेस में थे. अब सिंधिया बीजेपी में हैं और उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है. बीते कई माह से सिंधिया व केपी यादव के बीच तनातनी की बातें आती रही हैं. जब से सिंधिया बीजेपी में आए तभी से केपी यादव असहज महसूस कर रहे हैं.
दिग्विजय सिंह व जीतू पटवारी की निगाह केपी याादव पर
अब केपी यादव की जगह भाजपा ने लोकसभा उम्मीदवार के लिए ज्योतिरादित्य सिंध्या के नाम पर मुहर लगाई है. इसके बाद कांग्रेस इस रणनीति पर काम कर रही है कि केपी यादव को सिंधिया के खिलाफ खड़ा किया जाए. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी तक ने केपी यादव की टिकट कटने पर टिप्पणी की. राहुल गांधी की न्याय यात्रा के दौरान जीतू पटवारी ने बातों ही बातों में केपी यादव को योद्धा बताया था. हालांकि अभी तक केपी यादव की तरफ से कांग्रेस को ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं.
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चंदेरी में एक मंच पर आए सिंधिया व केपी यादव
अशोकनगर के चंदेरी में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में एक मंच पर सिंधिया व केपी यादव के साथ ही सीएम मोहन यादव भी थे. सिंधिया ने केपी यादव पर डोरे डालते हुए केपी यादव को सांसद साहब कहकर संबोधित किया तो वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केपी यादव को केपी भाई कहकर संबोधित करते हुए कहा कि पुराना रिकॉर्ड तोड़कर हम इस बार भी अपनी विधानसभा और लोकसभा में प्रचंड बहुमत से जीतेंगे. इस पर केपी यादव ने खड़े होकर अभिवादन किया. ऐसे में इस चर्चा को बल मिला है कि क्या सिंधिया व केपी यादव में सुलह हो गई है.