लखनऊ: जहां गठबंधन की पार्टियां अपने ज्यादातर प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी हैं. वहीं, बहुजन समाज पार्टी अकेले चुनाव लड़ने के बावजूद प्रत्याशी घोषित करने में सबसे फिसड्डी है. लोकसभा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है. यहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन में है. अब तक 70 के करीब सीटों पर दोनों पार्टियां मिलकर उम्मीदवारों का एलान कर चुकी हैं. जबकि, भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल, सुभासपा और निषाद पार्टी भी अपने ज्यादातर उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं. लेकिन, बहुजन समाज पार्टी अभी तक अधिकृत तौर पर सिर्फ 37 प्रत्याशी ही घोषित कर पाई है.
बीएसपी अकेले लड़ रही चुनाव: सूत्र बताते हैं, कि बहुजन समाज पार्टी को इंतजार है कि जिन पार्टियों की जो भी लोकसभा सीटें अभी घोषित नहीं हुई, वहां पर नेताओं का टिकट कटता है. तो बहुजन समाज पार्टी ऐसे नेताओं को अपने यहां से टिकट दे सकती है और ऐसा हो भी रहा है. क्यों कि कांग्रेस छोड़ते ही बालकृष्ण चौहान को बहुजन समाज पार्टी ने घोसी से प्रत्याशी घोषित कर दिया. बहुजन समाज पार्टी देश भर में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ रही है. ऐसे में उम्मीद की जा रही थी, कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी ही अपने प्रत्याशी घोषित कर देगी, लेकिन हो इसके ठीक उलट रहा है. जहां बड़े-बड़े दल पहले ही अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतर चुके हैं, वहीं बहुजन समाज पार्टी अभी तक उत्तर प्रदेश की आधी सीटों पर भी प्रत्याशी नहीं उतर पाई है.
80 लोकसभा सीटों वाले राज्य में अब तक अधिकृत तौर पर पार्टी ने 37 प्रत्याशी ही घोषित किए हैं, जबकि जोनल स्तर पर दो से तीन और प्रत्याशी घोषित हो गए हैं. ऐसे में अभी तक यह संख्या 40 ही पहुंच पाई है. पार्टी ने छठे और सातवें चरण के सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान करना शुरू कर दिया है. हालांकि, अभी तक तीसरे, चौथे और पांचवें चरण के ही प्रत्याशियों के नाम नहीं आए हैं. पार्टी की तरफ से सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज सीट से ख्वाजा शमसुद्दीन को उम्मीदवार बनाया गया. जबकि घोसी सीट से बालकृष्ण चौहान को प्रत्याशी घोषित किया गया है.
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बालकृष्ण चौहान की घर वापसी: दो दिन पहले ही बालकृष्ण चौहान ने कांग्रेस पार्टी का हाथ छोड़कर हाथी की सवारी की थी. अब बालकृष्ण चौहान घर वापसी कर चुके हैं, तो पार्टी ने उन्हें तत्काल मौका भी दे दिया है. साल 1999 में बालकृष्ण बहुजन समाज पार्टी से सांसद रहे भी चुके हैं. पिछला लोकसभा चुनाव उन्होंने कांग्रेस के सिंबल पर लड़ा था. अब उनका मुकाबला सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के डॉ. अरविंद राजभर और समाजवादी पार्टी कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी राजीव राय से होगा.
पार्टियों के इतने प्रत्याशी हुए घोषित: अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा की बात की जाए, तो समाजवादी पार्टी कांग्रेस गठबंधन में सपा ने अपने कोटे की 62 सीटों में से 48 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. कांग्रेस भी 17 में से 14 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है. भाजपा अपने कोटे की 75 सीटों में से 63 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर चुकी है. जबकि राष्ट्रीय लोक दल, सुभासपा ने भी अपनी-अपनी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिया है. हालांकि, अभी अपना दल ने दो में से किसी भी सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारा है.
जल्द जारी होगी सूची: बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल का कहना है, कि बहुजन समाज पार्टी अपने प्रत्याशियों की सूची जल्द जारी करेगी. सभी की सूची बनाकर तैयार है. अधिकृत एलान होना बाकी है. प्रत्याशियों के चयन में कोई देरी नहीं की जाएगी, जल्द उनके नाम सामने आ जाएंगे. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती जल्द ही सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करने वाली हैं.
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