लखनऊ: लोकायुक्त ने बाराबंकी के तीन पूर्व जिलाधिकारियों सहित छह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है. सिफारिश विधानसभा सदन में लोकायुक्त की वार्षिक रिपोर्ट के माध्यम से की गई है. लोकायुक्त की रिपोर्ट में बाराबंकी में तैनात रहे आईएएस अखिलेश तिवारी, उदयभानु त्रिपाठी, डॉ आदर्श सिंह और सचिवालय सेवा के अधिकारी संजय कुमार सिंह यादव, रत्नेश सिंह, अनमोल सिंह के नाम शामिल हैं.
लोकायुक्त की रिपोर्ट में कहा गया है कि बाराबंकी के कादिराबाद रामनगर निवासी श्रवण कुमार शुक्ला की शिकायत की जांच के बाद यह सिफारिश की गई है. लोकायुक्त सन्गठन में दर्ज की शिकायत और जांच में यह बात सामने आई थी कि रामनगर के तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष राम शरण पाठक के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे. उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया था. शिकायत में कहा गया था कि अध्यक्ष राम शरण पाठक ने जुलाई 2012 में नगर पंचायत अध्यक्ष का पद ग्रहण करने के बाद अवैध रूप से संपत्तियां अर्जित कीं थी. सभी अधिकारियों को भी उसी शिकायत में आरोपी बताया गया था.
लोकायुक्त ने जांच के बाद भेजी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि सभी अधिकारी अपने शासकीय पदीय कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा, ईमानदारी और सजगता से नहीं किया. साथ ही जांच के कार्य को बाधित करने, भ्रष्टाचार को संरक्षण देने करने और लोकायुक्त संगठन के आदेश का अनुपालन न करने के मामले में सभी छह अफसरों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की सिफारिश को गई है. आरोपी अफसरों में शामिल छह अफसरों में तीन सचिवालय सेवा और सतर्कता विभाग के अधिकारी हैं.
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