कोडरमा: लोकसभा सीट कोडरमा अपने आप मे काफी मायने रखता हैं क्योंकि झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी जैसे दिग्गज राजनेता यहां के सांसद रह चुके हैं. हालांकि पिछले टर्म में यहां के सिटिंग सांसद रविंद्र राय का टिकट काटकर भाजपा ने राजद से बीजेपी में शामिल हुईं अन्नपूर्णा देवी पर दांव खेला था और अन्नपूर्णा देवी ने भाकपा माले के राजकुमार यादव को बड़े अंतर से शिकस्त दी थी.
किसी भी सांसद के जीतने या हारने में क्षेत्र के युवाओं का बड़ा हाथ होता है. जिस पार्टी को जीत के लिए यूथ का साथ चाहिए होता है. कोडरमा लोकसभा के युवा मतदाताओं की बात करें तो वर्तमान सांसद के बारे में उनकी मिली-जुली प्रतिक्रिया है. हालांकि युवा रोजगार की बात जरूर करते हैं. उनका कहना है कि रोजगार के मामले में अभी भी कोडरमा पिछड़ा हुआ है. यहां के युवा रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेश में पलायन करने को मजबूर हैं.
शिक्षा और भ्रष्टाचार का मुद्दा
कुछ युवाओं ने बताया कि झारखंड खनिज-संपदाओं से परिपूर्ण प्रदेश है लेकिन शिक्षा के मामले में अभी भी पिछड़ा हुआ है. उनका कहना है कि कोडरमा का सांसद शिक्षित हो और युवा हो जो हर वर्गों को साथ लेकर चले और समुचित विकास कर सके. इसके अलावा यहां के युवा भ्रष्टाचार को भी बड़ा मुद्दा मानते हैं. उनका कहना है कि जिस तरह से दिन-प्रतिदिन घोटालों का खुलासा हो रहा है और मुख्यमंत्री जैसे लोग घोटाले में शामिल होने के आरोप में जेल चले जा रहें हैं ऐसे में नेताओं पर विश्वास करना मुश्किल है.
युवाओं के लिए रोजगार बड़ा मुद्दा
युवाओं ने कहा कि एक तरह युवाओं को रोजगार मिल नहीं रहा हैं. रोजगार के नाम पर युवाओं को छला जा रहा है. छात्र दिन-रात मेहनत कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं और जेपीएससी जैसे एग्जाम का पेपर लीक हो जाता है.
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