रांची: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर झारखंड पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से निपटने के लिए हर दिन रणनीति तैयार की जा रही है. वहीं लोकसभा चुनाव बेहतरीन और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए आईपीएस अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गईं हैं.
वीआईपी सुरक्षा से लेकर सोशल मीडिया तक निगरानी की मिली जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने और चुनाव आचार संहिता का कहीं उल्लंघन ना हो इसके लिए झारखंड पुलिस विशेष रूप से अलर्ट है. लोकसभा चुनाव के दौरान निगरानी बेहतर तरीके से हो सके इसके लिए आधा दर्जन से ज्यादा आईपीएस अफसर को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वेणुकांत होमकर को सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है. होमकर स्टेट पुलिस नोडल अफसर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
स्टेट पुलिस के नोडल ऑफिसर के तहत उन्हें केंद्र और राज्य के बीच सुरक्षा को लेकर बेहतर समन्वय बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा आईपीएस धनंजय कुमार सिंह, विजयलक्ष्मी, इंद्रजीत महता, प्रभात कुमार, अश्वनी कुमार सिन्हा, पटेल मयूर कन्हैयालाल और एस कार्तिक को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.
किसे कौन सी जिम्मेदारी
आईजी अभियान अमोल वी होमकर लोकसभा चुनाव के दौरान सबसे महत्वपूर्ण भूमिका में हैं. वहीं, आईजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार को लोकसभा चुनाव के दौरान वीआईपी मूवमेंट को लेकर जिम्मेदारी तय की गई है. लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड में प्रधानमंत्री से लेकर कई बड़े नेता चुनाव प्रचार करने के लिए आएंगे ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर कोऑर्डिनेटर करना आईजी प्रभात कुमार की जिम्मेदारी होगी.
आईपीएस इंद्रजीत महता को बाहर से आने वाले सुरक्षा बलों के यात्रा और झारखंड में ठहरने के सभी इंतजामों को कोऑर्डिनेटर करना है. आईपीएस प्रभात कुमार सुरक्षा बलों के लिए वाहनों की उपलब्धता के साथ-साथ रेलवे से भी कोऑर्डिनेटर करेंगे. वहीं, आईपीएस धनंजय कुमार सिंह को इलेक्शन कोषांग में समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है.
आईपीएस अश्विनी कुमार को लोकसभा चुनाव के दौरान विभिन्न तरह के आपत्तिजनक बरामदगी पर जिलों के एसपी के साथ कोऑर्डिनेट कर रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. आईपीएस अफसर विजयलक्ष्मी को राज्य के पुलिसकर्मियों को इलेक्शन को लेकर ट्रेंड करने की जिम्मेदारी दी गई है. आईपीएस अफसर एस कार्तिक को लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदारी दी गई है.
चुनाव आयोग के द्वारा दी गई है ट्रेनिंग
जिन आईपीएस अफसरों को राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है, उन सभी को चुनाव आयोग के द्वारा कई बार ट्रेनिंग भी दी गई है. कुछ अफसर अभी भी ट्रेनिंग के लिए दिल्ली में हैं.
मुख्यालय में कंट्रोल रूम
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान सह स्टेट पुलिस नोडल पदाधिकारी अमोल वेणुकान्त होमकर ने बताया कि आईपीएस अफसरों को चुनाव को लेकर अलग अलग जिम्मेदारी दी गई है. पुलिस मुख्यालय में ही कंट्रोल रूम भी बना हुआ है सभी अफसर आपस में कॉर्डिनेट कर लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए कार्य कर रहे हैं.
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