चूरू. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां ने बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. इसके बाद जयपुर रोड स्थित ऑटो मार्केट में नामांकन सभा का आयोजन किया गया. नामांकन सभा में पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष राठौड़ का नाम लिए बगैर जुबानी हमला किया और कहा कि लंबाई होने से कोई एमएलए या एमपी नहीं बनता, बल्कि सामने बैठी जनता जब चुनती है तो एमएलए बनता है.
उन्होंने कहा कि लम्बाई तो टेंट में काम आती है, जो उसमें सीढ़ी नहीं लेनी पड़ती. पूर्व नेता प्रतिपक्ष राठौड़ पर तंज कसते हुए डोटासरा ने कहा कि वो लक्ष्मणगढ आकर बोले कि डोटासरा का परिवार किस चक्की का आटा खाता है. जिस पर उनको बताया कि हमने चूरू की चक्की का आटा खाया है. दिल्ली में किसानों को खून के आंसू रुलाए गये, लेकिन फिर तीनों कानून वापस लेने पड़े और प्रधानमंत्री को किसानों से हाथ जोडकर माफी मांगनी पड़ी.
लोकसभा प्रत्याशी राहुल कस्वां ने राठौड़ को काका कह कर संबोधित करते हुए कहा कि हमारी नजर मछली की आंख पर है और हम भ्रमित होने वाले नहीं हैं. कभी मेरा मुंह खुला तो आपकी सराफत के जनाजे निकलेंगे. यह मेरी बात मानकर चल लेना. मैं आप लोगों के बीच में ही रहा हूं. 33 साल का सफर है. मैं इसलिए नहीं बोलना चाहता कि चुनाव की गरिमा नहीं तोड़ना चाहता. वहीं, भाजपा की नामांकन रैली को लेकर उन्होंने कहा कि वहां किसान और किसानी की बहुत बड़ी-बड़ी बातें हुईं. आपने कभी किसानों की चिंता हीं नहीं की. हमने किसानों को बीमा क्लेम दिलवाया. आपने कभी भी विधानसभा में इसका मुद्दा हीं नहीं उठाया. यह फसल बीमा क्लेम तब मिला, जब हमने लड़ाई लड़ी.
कस्वां ने राठौड़ से सवाल करते हुए कहा कि चुनाव 19 अप्रैल को है, लेकिन आप यह बता दो कि यमुना जल समझौते का पानी चूरू में कहां पर आने वाला है. नेता बन न जाने कितनों का जीवन बर्बाद किया है. अब यह अधिकारी भी नेता बन गये हैं. कस्वां ने अंत में आजादी के नारे लगवाए. राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि हमारे पीसीसी चीफ ने बताया कि हमारी जनता ने छह फुट दो इंच के आदमी को लेटा दिया. उन्होंने कहा कि जिस नेता का जमीर मर जाए वह देश को बचा नहीं सकता, लेकिन अभी तक सामने बैठी जनता का जमीर जिंदा है. यह दिखाएंगे कि देश को कैसे आगे ले जाना है. प्रदेश में अब भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.
रंधावा ने बताया कि राहुल गांधी ने कहा है कि हमारी सरकार आने पर अग्निवीर भर्ती बंद कर सीधी भर्ती करेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल कस्वां के हाथ में अब तिरंगा है. तिरंगा का अपना मान-सम्मान है. राहुल कस्वां को पार्टी से धकेला गया. राजनीतिक पार्टियों की अपनी विचारधारा होती है. उन्होंने कहा कि देश में इतना खतरनाक माहौल बन गया है कि भविष्य में चुनाव होंगे या नहीं होंगे, पता नहीं है. इंदिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया.