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आगरा मंडल में करारी हार पर बसपा ने मंडल कोआर्डिनेटर को हटाया, समीक्षा करेगी मायावती की टीम - BSP President Mayawati Action

लोकसभा चुनाव 2024 में बसपा को एक भी सीट हासिल नहीं हुई. आगरा और फतेहपुर सीकरी सीट पर भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. बसपा सुप्रीमो अब हार की समीक्षा कर रहीं हैं.

नतीजों के बाद बसपा प्रमुख मायावती एक्शन मोड में.
नतीजों के बाद बसपा प्रमुख मायावती एक्शन मोड में. (PHOTO Credit; Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 8, 2024, 12:09 PM IST

आगरा : प्रदेश में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी में खलबली मची है. आगरा जिले की आगरा सुरक्षित और फतेहपुर सीकरी में बसपा के कोर वोट के बिखरने और पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन पर आगरा-अलीगढ़ मंडल के कोआर्डिनेटर मुनकाद अली को हटा दिया गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर मंडल के कोआर्डिनेटर नौशाद अली को आगरा-अलीगढ़ मंडल का कोआर्डिनेटर बनाया है. बसपा के कोआर्डिनेटरों की टीम दोनों सीटों के हार के कारणों की समीक्षा करेगी. इस रिपोर्ट पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती स्थानीय स्तर पर संगठन में कई बदलाव कर सकती हैं.

बता दें कि आगरा दलितों की राजधानी कही जाती है. यहां पर बसपा मुखिया मायावती ने भी जनसभा की थी. बसपा की जनसभा में भीड़ खूब उमड़ी थी. मगर, आगरा सुरक्षित सीट से बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही और फतेहपुर सीकरी सीट से रामनिवास शर्मा को पार्टी के कोर वोटर का वोट भी नहीं मिला. दोनों ही लोकसभा सीट पर बसपा तीसरे नंबर पर रही. आगरा में ये बसपा का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है.

पदाधिकारी दिखे निष्क्रय, वोट हुआ शिफ्ट : बता दें कि आगरा की दोनों ही लोकसभा सीट पर प्रत्याशी से लेकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता सबसे बड़ी वजह रही. मतदान से पहले कोठी मीना बाजार में राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने जनसभा की थी. नामांकन से पहले पूर्व नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने युवाओं में जोश भरा था. मगर, पार्टी का आगरा की दोनों ही सीट पर निराशाजनक प्रदर्शन रहा. दोनों ही सीट पर बसपा के प्रत्याशियों की जमानत भी जब्त हुई है. जबकि, आगरा दलितों का गढ़ है. इस तरह के प्रदर्शन से बसपा आलाकमान कारण जानने में जुट गया है. इसके प्रारंभिक कारण के आधार पर ही मंडल कोआर्डिनेटर को हटाया गया है.

समीक्षा करेगी 4 कोआर्डिनेटरों की टीम : बता दें कि आगरा में मिली करारी हार को लेकर बसपा मुखिया मायावती एक्शन मोड में हैं. जिले में मिली हार को लेकर जमीनी स्तर पर इसके कारणों की समीक्षा के लिए मंडल के चार कोआर्डिनेटर की टीम आएगी. टीम लिखित में प्रत्याशी, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार करके राष्ट्रीय अध्यक्ष को देगी. बसपा के जिलाध्यक्ष विमल वर्मा ने बताया कि मंडल कोआर्डिनेटर मुनकाद अली की जगह अब नौशाद अली को जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिले में पार्टी के प्रत्याशियों की हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी.

यह भी पढ़ें : रामोजी ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन रामोजी राव के निधन पर सीएम योगी ने जताया शोक

आगरा : प्रदेश में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी में खलबली मची है. आगरा जिले की आगरा सुरक्षित और फतेहपुर सीकरी में बसपा के कोर वोट के बिखरने और पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन पर आगरा-अलीगढ़ मंडल के कोआर्डिनेटर मुनकाद अली को हटा दिया गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर मंडल के कोआर्डिनेटर नौशाद अली को आगरा-अलीगढ़ मंडल का कोआर्डिनेटर बनाया है. बसपा के कोआर्डिनेटरों की टीम दोनों सीटों के हार के कारणों की समीक्षा करेगी. इस रिपोर्ट पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती स्थानीय स्तर पर संगठन में कई बदलाव कर सकती हैं.

बता दें कि आगरा दलितों की राजधानी कही जाती है. यहां पर बसपा मुखिया मायावती ने भी जनसभा की थी. बसपा की जनसभा में भीड़ खूब उमड़ी थी. मगर, आगरा सुरक्षित सीट से बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही और फतेहपुर सीकरी सीट से रामनिवास शर्मा को पार्टी के कोर वोटर का वोट भी नहीं मिला. दोनों ही लोकसभा सीट पर बसपा तीसरे नंबर पर रही. आगरा में ये बसपा का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है.

पदाधिकारी दिखे निष्क्रय, वोट हुआ शिफ्ट : बता दें कि आगरा की दोनों ही लोकसभा सीट पर प्रत्याशी से लेकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता सबसे बड़ी वजह रही. मतदान से पहले कोठी मीना बाजार में राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने जनसभा की थी. नामांकन से पहले पूर्व नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने युवाओं में जोश भरा था. मगर, पार्टी का आगरा की दोनों ही सीट पर निराशाजनक प्रदर्शन रहा. दोनों ही सीट पर बसपा के प्रत्याशियों की जमानत भी जब्त हुई है. जबकि, आगरा दलितों का गढ़ है. इस तरह के प्रदर्शन से बसपा आलाकमान कारण जानने में जुट गया है. इसके प्रारंभिक कारण के आधार पर ही मंडल कोआर्डिनेटर को हटाया गया है.

समीक्षा करेगी 4 कोआर्डिनेटरों की टीम : बता दें कि आगरा में मिली करारी हार को लेकर बसपा मुखिया मायावती एक्शन मोड में हैं. जिले में मिली हार को लेकर जमीनी स्तर पर इसके कारणों की समीक्षा के लिए मंडल के चार कोआर्डिनेटर की टीम आएगी. टीम लिखित में प्रत्याशी, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार करके राष्ट्रीय अध्यक्ष को देगी. बसपा के जिलाध्यक्ष विमल वर्मा ने बताया कि मंडल कोआर्डिनेटर मुनकाद अली की जगह अब नौशाद अली को जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिले में पार्टी के प्रत्याशियों की हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी.

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