पश्चिम चंपारण (बगहा) : परिसीमन के बाद 2009 में अस्तित्व में आई वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट NDA का गढ़ है. यही कारण है कि अब तक हुए सभी चुनावों में NDA ने इस सीट पर जीत दर्ज की है. फिलहाल जेडीयू के सुनील कुशवाहा इस सीट से सांसद हैं और आनेवाले चुनाव में भी जेडीयू कैंडिडेट हो सकते हैं. सांसद पर अपने इलाके में कम देखे जाने के आरोप हैं, हालांकि वो उससे इंकार करते हैं और उनका दावा है कि उन्होंने इलाके में विकास के कई काम कराए.
"पीएम मोदी के विजन पर लड़ा जाएगा चुनाव" : सुनील कुशवाहा का कहना है कि "देश के पीएम नरेंद्र मोदी के विजन और सोच जिसने पूरी दुनिया में भारत की एक अलग छवि पेश की है, उसी को आधार बनाकर NDA 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगा. इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जिस तरह से राज्य में विकास की गंगा बहाई है वो हमारे चुनाव का मुख्य आधार होगा.''
"जनता के साथ सीधा संवाद मेरी बड़ी उपलब्धि" : सांसद के रूप में 3 साल की अपनी उपलब्धियों पर सांसद सुनील कुशवाहा ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है इलाके के लोगों से सीधा संवाद. मैं जब भी अपने क्षेत्र में रहता हूं तो अपने आवास पर रोजाना 2 घंटे आम लोगों से मिलता हूं और उनकी समस्याएं सुनता हूं. गांव-गांव घूमकर ये जानने की कोशिश करता हूं कि केंद्र और राज्य की योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं कि नहीं ?
"नीतीश कुमार के सच्चे सिपाही हैं": अपने क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन को लेकर प्लानिंग के बारे में पूछने पर सुनील कुशवाहा ने कहा कि मैं पूरे इलाके और हर समाज के उत्थान की सोच के साथ काम करता हूं. उन्होंने बगहा में ROB , मंगलपुर ढाला और मसान नदी पर गाइड बांध के काम को अपनी उपलब्धि बताया. इसके अलावा सुनील कुशवाहा ने कहा कि इलाके के धार्मिक स्थलों का विकास कर उन्होंने इालके के पर्यटन को नई ऊंचाई दी है.
"समाज के हर तबके के विकास की सोच के साथ काम" : अपने इलाके में कम रहने के आरोपों को सांसद ने निराधार बताया और कहा कि हमलोग किसी एक समाज पर पकड़ रखने पर विश्वास नहीं रखते हैं, बल्कि नीतीश कुमार की सोच के अनुरूप समाज के हर तबके के विकास के सिद्धांत पर काम करते हैं.सवर्ण हो, अल्पसंख्यक हो, पिछड़ा, अति पिछड़ा दलित सबके विकास की सोच के साथ काम करते हैं.
इस बार भी टिकट के सबसे बड़े दावेदारः 2020 के उपचुनाव में वाल्मीकिनगर से जीत का परचम फहरानेवाले सुनील कुशवाहा जेडीयू के दिग्गज नेता बैजनाथ महतो के पुत्र हैं. बैजनाथ महतो ने जेडीयू प्रत्याशी के रूप में 2009 और 2019 में वाल्मीकिनगर सीट से जीत दर्ज की थी. 2020 में बैजनाथ महतो का देहांत हो गया, जिसके बाद हुए उपचुनाव में जेडीयू प्रत्याशी के रूप में सांसद बने सुनील कुशवाहा इस बार भी वाल्मीकिनगर से टिकट के सबसे बड़े दावेदार हैं.