जयपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने शुक्रवार को यूनाइटेड किंगडम में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ब्लावात्निक स्कूल ऑफ गवर्नेंस में टीचर और स्टूडेंट्स से संवाद किया. इस दौरान उन्होंने भाजपा और मोदी सरकार की नीतियों पर जमकर निशाना साधा. चुनाव प्रचार के मुद्दों पर भी भाजपा को आड़े हाथ लिया. उन्होंने अपने संबोधन में देश मे हुए लोकसभा चुनाव 2024 के अपने अनुभव साझा किए.
इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत की जनता भाजपा सरकार की नीतियों से परेशान थी. इसीलिए जनता ने भाजपा के खिलाफ वोट दिया. उन्होंने अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इससे युवाओं में आक्रोश था. इंडिया अलायंस ने जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा, वो देश की जनता से जुड़े हुए मुद्दे हैं. वे बोले- हमने देश मे अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई, आर्थिक असमानता, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ा है, जो आम आदमी से सीधे तौर पर जुड़े हुए मुद्दे थे.
अहंकार में दिया अबकी बार 400 पार का नारा : उन्होंने भाजपा के अबकी बार 400 पार के नारे पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने जिस तरह अहंकार में आकर 400 सीट जीतने का नारा दिया, उसमें घमंड झलक रहा था. पायलट ने कहा कि बीते 10 साल में सरकार ने एकतरफा फैसले लेने की कोशिश की है. उन्होंने नोटबन्दी को बिना तैयारी के लिया गया निर्णय बताया और कहा कि जिस तरह बिना तैयारी के नोटबन्दी की गई, उसके खराब परिणाम आए. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
यूपीए में घोटाले के आरोपों पर पलटवार : यूपीए सरकार के समय 2जी, कोल ब्लॉक सहित भाजपा द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सचिन पायलट ने कहा कि हमारी सरकार थी तो आरोप लगाए. 10 साल से भाजपा सत्ता में है, फिर किसी को सजा क्यों नहीं दिलवाई? अगर घोटाले हुए तो दस साल में कोई कार्रवाई क्यों नहीं की. उन्होंने सवाल पूछा कि 2014 के चुनाव में कालाधन वापस लाने का वादा किया गया था, उनका क्या हुआ. पायलट ने डॉ. मनमोहन सिंह को सबसे ईमानदार प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि उन पर गलत आरोप लगाए गए थे.
भाजपा ने राम मंदिर पर वोट बटोरने का प्रयास किया : सचिन पायलट ने ताजा लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वोट देने के मामले में जनता बहुत समझदार है. भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर वोट लेने का प्रयास किया, लेकिन जहां राम मंदिर बना उसी अयोध्या में भाजपा चुनाव हार गई. उन्होंने कहा कि भाजपा और समर्थकों ने राहुल गांधी की छवि खराब करने का प्रयास किया और सोशल मीडिया का इसके लिए इस्तेमाल किया गया.
कांग्रेस में बात रखने का पूरा मौका : सचिन पायलट ने कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया जाता है. कोई किसी से सहमत नहीं है तो अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि हमारे यहां भाजपा की तरह माहौल नहीं है. हमें अपनी बात रखने की आजादी मिलती है.