हरदोई: भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जयप्रकाश रावत ने हरदोई लोकसभा से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है. हरदोई से उनकी पांचवीं जीत है. हालांकि यह उनके राजनीतिक करियर की सातवीं जीत है. हालांकि इस बार जयप्रकाश की जीत का मार्जिन पिछली मर्तबा के मतों से लगभग एक चौथाई रहा. वहीं मिश्रिख से भाजपा प्रत्याशी अशोक रावत चौथी बार उच्च सदन की सीढ़ियां चढ़ेंगे.
वर्ष 2019 में जय प्रकाश 1 लाख 32 हजार 474 मतों से जीते थे. इस बार इस बार सिर्फ 27 हजार 856 मतों से उनकी जीत हुई है. जीत के बाद सांसद जयप्रकाश ने हरदोई की जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि ये शीर्ष नेतृत्व की जीत है. जीत का मार्जिन कम होने और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सीटों में भारी तादाद में कमी आने को लेकर उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जनता को गुमराह करने का काम किया. इसके चलते यह परिणाम आए हैं. जयप्रकाश रावत हरदोई से पहली बार 1991 में सांसद बने थे. सांसद जयप्रकाश रावत हरदोई से उस समय सांसद बने थे, जब भाजपा एक-एक सीट के लिए मशक्कत कर रही थी. फिलहाल उनकी जीत से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर हैं.
मिश्रिख लोक सभा से अशोक कुमार रावत लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी के सिंबल से सांसद चुने गए हैं. इससे पहले वह बहुजन समाज पार्टी से वर्ष 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में सांसद बने थे. 2014 में लोकसभा का चुनाव हार गए थे. इसके बाद 2019 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़कर एक लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की थी. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने 2024 में उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और फिर से विजय हुए हैं. हालांकि जीत का मार्जिन पहले के मुकाबले बेहद कम है. 2019 में अशोक रावत ने अपनी प्रतिद्वंद्वी बसपा की नीलू सत्यार्थी को 1 लाख 672 मतों से हराया था. 2024 में अशोक रावत ने महज 33406 वोटों से जीत हासिल की है. फिलहाल इस जीत से उनके समर्थकों में खुशी की लहर है.
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