पूर्णियाः आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि पूर्णिया में अति पिछड़े गोलबंद हो चुके हैं और आरजेडी कैंडिडेट बीमा भारती को जीत से कोई नहीं रोक सकता है. तेजस्वी ने NDA पर भी निशाना साधा और कहा कि पूर्णिया लोकसभा की जनता ने डबल इंजन की सरकार को बहुत मौका दे दिया लेकिन पूर्णिया में विकास का एक भी काम नहीं दिख रहा है.
'पूर्णिया में NDA को हराएंगे': तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन ने अति पिछड़ा समाज की बहन बीमा भारती को पूर्णिया से अपना कैंडिडेट बनाया है और पूर्णिया सीट पर हमलोग NDA को हराएंगे और जीत हासिल करेंगे. सीमांचल में मुसलमान भाइयों के बाद अति पिछड़ा समाज की आबादी सबसे अधिक है. पूर्णिया में करीब 3 लाख की आबादी अति पिछड़ों की है जो पूरी तरह आरजेडी और बीमा भारती के पक्ष में गोलबंद हो चुके हैं."
'पूर्णिया को क्या मिला ?': तेजस्वी यादव ने कहा कि पूर्णिया में NDA के सांसद हैं. अधिकतर विधानसभा सीटों पर भी NDA के विधायक हैं. केंद्र में भी उनकी सरकार है, राज्य में भी उनकी सरकार है, पूर्णिया को क्या मिला ? जिस हिसाब से प्रचंड बहुमत दिया लोगों ने, केंद्र में उनकी सरकार 10 साल से है, राज्य में 17 साल से है, पूर्णिया में 15 साल से सांसद है, कई विधायक लंबे अर्से से हैं लेकिन उन्होंने क्या किया ? ये बड़ा सवाल है.
'पूर्णिया सांसद को तो लोग पहचानते तक नहीं हैं': तेजस्वी यादव ने कहा कि "पूर्णिया के सांसद को तो यहां के लोग पहचानते तक नहीं हैं.तो ये हकीकत है और इस बार पूर्णिया की अवाम इस बात को पूछ रही है कि भाई 15 साल 17 साल दे दिए आपको, अभी तक स्टार्टर भी नहीं आया. जो पीएम कहते हैं स्टार्टर,सोचो! स्टार्टर आने में 15-17 साल लगते हैं तो मेन कोर्स आने में 100 साल लग जाएंगे."
लगातार पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं तेजस्वी यादवः 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार की सबसे हॉट सीट बन चुकी पूर्णिया लोकसभा सीट पर आरजेडी कैंडिडेट बीमा भारती की जीत सुनिश्चित करने के लिए तेजस्वी यादव लगातार पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने मंगलवार को रोड शो भी किया और बीमा भारती के लिए वोट मांगे.
पूर्णिया में है त्रिकोणीय मुकाबलाः बता दें कि इस बार पूर्णिया की लड़ाई प्रतिष्ठा की लड़ाई में तब्दील हो चुकी है. इस सीट से जहां आरजेडी ने बीमा भारती को मैदान में उतारा है तो NDA की ओर से जेडीयू के मौजूदा सांसद संतोष कुशवाहा मैदान में हैं. इसके अलावा पूर्व सांसद पप्पू यादव भी निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं जिससे मुकाबला बेहद ही रोचक हो गया है.