जयपुर. एक तरफ राजकोट गुजरात में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला के विरोध में क्षत्रिय अस्मिता सम्मेलन के जरिए राजपूत समाज विरोध कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री रूपाला की दो दिन पहले देर रात में चार्टर प्लेन की जयपुर में दो घंटे के लिए सीक्रेट लैंडिंग हुई. हालांकि पार्टी की तरफ से किसी तरह कोई आधिकारिक कार्यक्रम नही था, लेकिन चर्चा है कि राजपूत समाज के बढ़ते विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री पुरषोतम रुपाला जयपुर राजपरिवार सदस्य सहित अन्य राजपूत नेताओं से मुलाकात कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की. हालांकि दीया कुमारी ने रुपाला के साथ किसी तरह की मीटिंग से इनकार किया, साथ ही रुपाला की नामांकन रैली में भी जाने की चर्चा को गलत बताया.
रुपाला की देर रात जयपुर में लैंडिंग : सूत्रों की माने तो राजपूत समाज को मनाने के लिए पुरुषोत्तम रुपाला का जयपुर में सीक्रेट दौरा हुआ. 13 अप्रैल को मध्यरात्रि में गुजरात के राजकोट से चार्टर विमान के जरिये जयपुर पहुंचे. 13 अप्रैल की रात 11:30 बजे जयपुर पहुंचे और 14 अप्रैल को अल सुबह करीब 2 बजे जयपुर से वापस रवाना हो गए. सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम दिया कुमारी को कन्विंस करने रुपाला जयपुर पहुंचे थे. रुपाला ने दीया कुमारी को नामांकन में शामिल होने का न्यौता दिया. रुपाला और दीया कुमारी की इस मुलाकात के बाद चर्चाएं तेज हो गई थी कि दिया कुमारी रुपाला के नामांकन में शामिल हो सकती हैं.
मुलाक़ात से इनकार : दरअसल रुपाला के बयान से देश भर में राजपूत समाज में नाराजगी है. उसी नाराजगी को कम करने और समाज मे मैसेज देने के लिए रुपाला ने डिप्टी सीएम दीया कुमारी से नामांकन रैली में शामिल होने न्यौता देने जयपुर पहुंचे, लेकिन डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने रुपाला से किसी तरह की मुलाकात से Etv भारत से टेलीफोन पर हुई बात चीत में इनकार कर दिया. दीया कुमारी की तरफ से साफ कहा गया कि उनकी रुपाला से कोई मुलाकात इन दिनों में नही हुई, इतना ही नही उन्होंने यह भी आज गुजरात जाने का कोई कार्यक्रम नही है, राजस्थान में ही नागौर लोकसभा क्षेत्र में अलग अलग दो जनसभा में संबोधित करने का कार्यक्रम पहले से तय है और वो नागौर के लिए निकल गई है.
राजनाथ और वीके सिंह ने की राजपूत समाज के साथ बैठक : बता दें कि रुपाला के बयान ने लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात, राजस्थान सहित कई राज्यों में विरोध की आग को बढ़ा दिया है . गुजरात के बाद राजस्थान में राजपूत समाज सडकों पर उत्तर आया है, बढ़ते इस विरोध के बीच डैमेज को कंट्रोल करने जयपुर पहुंचे सड़क सुरक्षा एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह ने भी भी पिछले दिनों अलग-अलग बैठक के जरिए राजपूत समाज के अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधियों से बंद कमरे में मुलाकात की थी.
हालांकि इस बैठक के बाद राजपूत समाज मे ओर ज्यादा नाराजगी देखने को मिली थी. इतना ही नहीं राजपूत समाज के नेता प्रताप सिंह कालवी, महिपाल मकराना और स्वर्गीय सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी की गिरफ्तारी के बाद से राजस्थान में राजपूत समाज की नाराजगी ओर ज्यादा बढ़ती जा रही है. बताया जा रहा है कि इस नाराजगी का नुकसान भाजपा को प्रदेश की लोकसभा सीटों पर नही पड़े इस लिए भाजपा से जुड़े राजपूत नेताओं के बयान भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में दिलाए जा रहे हैं. उधर पिछले दिनों बाड़मेर - जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने भी गुजरात मे सभा की, रविंद्र भाटी के दौरे ने भी भाजपा की ओर मुश्किलें बढ़ाई थी.
ये है विरोध : दरअसल केंद्रीय मंत्री पुरषोतम रुपाला का राजकोट में एक दलित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वीडियो वायरल हुआ था, इस वीडियो में उन्हें कथित तौर बोलते हुए देखा गया कि 'दूसरे ने भी हम पर राज किया, अंग्रेजों ने भी ऐसा ही किया और...उन्होंने हमें सताने में कोई कसर नहीं छोड़ी, राजा भी झुक गये. उन्होंने (राजाओं ने) उनके (अंग्रेजों) साथ रोटियां तोड़ी और अपनी बेटियों की शादी उनसे की, लेकिन हमारे रूखी (दलित) समुदाय ने न तो अपना धर्म बदला और न ही अंग्रेजों के साथ दोस्ताना संबंध स्थापित किए, जबकि उन पर सबसे अधिक अत्याचार हुआ. रूपाला के इस बयान के बाद का देश के कई राज्यों में राजपूत समाज रुपाला के टिकट काटने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है.