जयपुर. चुनाव आयोग पर बयानबाजी को लेकर अब कांग्रेस और भाजपा के नेता आमने-सामने हो गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को मिली चुनाव आयोग की चिट्ठी पर सवाल खड़े किए तो अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत के इस बयान पर पलटवार किया है. राजेंद्र राठौड़ ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, 'ईवीएम के बाद अब चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस की शर्मनाक हार होने वाली है.'
करारी हार से सदमे में आई कांग्रेस : राठौड़ ने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में करारी हार से सदमे में आई कांग्रेस पार्टी की अब आदत बन चुकी है कि जहां भी चुनाव हारती है. वहां पर ईवीएम और चुनाव आयोग पर दोष मढ़ती है. राठौड़ ने अशोक गहलोत को संबोधित कर कहा, 'जब आप लोग जीतते हो तो सब कुछ ठीक-ठाक रहता है और जब आपको अपनी करारी हार का पूरा विश्वास हो जाए तो कभी ईवीएम हैक का बहाना बनाते हो तो कभी चुनाव आयोग पर ही अनर्गल टिप्पणी और तथ्यहीन आरोप लगाते हो.'
पूरा होगा 400 पार का संकल्प : राठौड़ ने कहा कि लोकसभा चुनाव के तीन चरण पूरे हो चुके हैं और जमीनी स्तर पर एनडीए को मिल रहे अपार जनसमर्थन से यह स्पष्ट है कि 'अबकी बार 400 पार' का संकल्प जरूर पूरा होगा. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हालत बद से बदतर होने वाली है, इसलिए आप लोग अब चुनाव आयोग पर ही सवालिया निशान लगा रहे हो. चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को आरोपों के कटघरे में खड़ा करना शर्मनाक है.
जग जाहिर है गहलोत की टिप्पणियां : राठौड़ ने कहा कि राज्य में विगत कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुखिया अशोक गहलोत ने न्यायपालिका, मीडिया और संवैधानिक संस्थाओं पर जो अनर्गल टिप्पणी की थी, वो जगजाहिर है. तब शायद ही कोई दिन गुजरता होगा जब उन्होंने मुख्यमंत्री जैसे गरिमामय पद की मर्यादा को लांघकर संवैधानिक संस्थाओं का मखौल नहीं उड़ाया हो. धैर्य रखिए, जनता अबकी बार मोदी जी की गारंटी के ऊपर विश्वास जताएगी और कांग्रेस का सफाया करेगी.