सिरसा/रोहतक/भिवानी: हरियाणा में छठे चरण में 25 मई को लोकसभा चुनाव है. राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट गये हैं. चुनाव प्रचार के दौरान वार और पलटवार देखने को मिल रहा है. कुछ जगहों पर पार्टी प्रत्याशियों का विरोध भी हो रहा है. विरोध को लेकर राजनीतिक दल एक दुसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
बीजेपी का कांग्रेस पर आरोप: हरियाणा में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है. खास कर सोनीपत,हिसार,रोहतक,सिरसा में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी उम्मीदवारों का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. प्रत्याशियों के विरोध के बाद बीजेपी नेताओं के भी बयान सामने आ रहे हैं. रोहतक से बीजेपी उम्मीदवार सांसद अरविंद शर्मा का कहना है कि विरोध करने वाले सब कांग्रेसी हैं. कांग्रेस लोगों में भय का माहौल बनाना चाह रही है. इसके पक्ष में अरविंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ फोटो भी दिखाए. हालांकि दीपेन्द्र हुड्डा ने पिछले दिनों लोगों से अपील की थी कि किसी की गांव में एंट्री बैन करने की बजाय, वोट की चोट से हिसाब चुकता करें. क्योंकि वोट की चोट सरकार द्वारा बरसाई गई लाठियों की चोट से गहरा घाव करती है. इसका दर्द 5 साल तक नहीं जाता.
जेजेपी का इनेलो पर वार: बीजेपी के अलावा जेजेपी के नेताओं का भी विरोध हो रहा है. दुष्यंत चौटाला, दिग्विजय चौटाला को लोगों के गुस्सा का सामना करना पड़ा है. डबवाली में जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला का विरोध किया गया. इसके बाद दिग्विजय चौटाला ने आरोप लगाया कि विरोध उनके चाचा अभय सिंह चौटाला के इशारे पर किया गया है. इसको लेकर उन्होंने कुछ फोटो भी जारी किया है. दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जेजेपी के कार्यकर्ताओं को इनेलो और कांग्रेस के लोग फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर धमकियां दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह के बदमाश किसान यूनियन का झंडा लेकर हमारा विरोध करेंगे तो जेजेपी के किसान मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इन बदमाशों का डटकर विरोध करेंगे.
क्या कहते हैं किसान नेता: दिग्विजय चौटाला के आरोप पर किसान नेता एसपी मसीतां ने पलटवार किया है. उनका कहना है कि बीजेपी-जेजेपी का जो भी नेता गांवों में आएगा उनसे सवाल जवाब किये जाएंगे. अगर वो किसानों के सवालों के जवाब नहीं देते है तो उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे। डबवाली में भी जजपा के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला से किसानों ने सवाल-जवाब ही किए थे, लेकिन जवाब देने की बजाय उल्टा उन्होंने सवाल पूछने वाले किसानों को नशेड़ी की संज्ञा दे डाली और इनेलो का षडयंत्र बताया.
वायरल वीडियो पर बवाल: सोशल मीडिया पर एक नेता की गाड़ी पर हुए पथराव की वीडियो वायरल हो रही थी. इस वीडियो में सिरसा से बीजेपी उम्मीदवार अशोक तंवर की गाड़ी पर पथराव होने का दावा किया गया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अशोक तंवर ने कहा कि "यह वीडियो उनकी गाड़ी का नहीं है बल्कि किसी और नेता की गाड़ी का वीडियो है. कुछ लोगों द्वारा इस वीडियो को जानबूझकर चुनाव के मद्देनजर वायरल किया गया है ताकि उनका चुनाव प्रभावित हो सके". इसकी शिकायत अशोक तंवर ने चुनाव आयोग और सिरसा निर्वाचन अधिकारी से भी की है. इधर भिवानी में हरियाणा सरकार के मंत्री जेपी दलाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि "विपक्षी पार्टियां तरह-तरह की फेक वीडियो बनाकर चलवा रहे हैं. उन पर ध्यान ना दें. भारतीय जनता पार्टी से किसान और हर वर्ग खुश है".
ये भी पढ़ें: मोदी के 400 पार के नारे पर दुष्यंत चौटाला का हमला, इंदिरा गांधी के इस नारे से की तुलना