जयपुर. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कम मतदान प्रतिशत ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है. यही वजह है कि दूसरे चरण की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़े इसकी तैयारियां तेज कर दी गई है. इसी कड़ी में आज भाजपा मुख्यालय पर संगठनात्मक अहम बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे सहित संगठन के पदाधिकारी मौजूद है. बैठक में किस तरह से बूथ स्तर तक मतदान के दिन काम किया जाए, इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है. परिवार पर्ची घर - घर तक पहुंचाने के साथ ही मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक लाने की रणनीति पर भी इस बैठक में चर्चा हो रही है.
मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर मंथन : दरअसल लोकसभा चुनाव के पहले चरण में राजस्थान 12 सीटों पर मतदान प्रतिशत 58 फीसदी के करीब ही रहा. कम मतदान को लेकर भले ही भाजपा सार्वजनिक रूप से अपने पक्ष में बयान दे रही हो, लेकिन अंदर खाने मतदाताओं की उदासीनता ने उनकी चिंता बढ़ा दी है. यही वजह है कि भाजपा दूसरे चरण में मतदाताओं को घर से निकाल कर पोलिंग बूथ तक लाने की रणनीति पर मंथन किया जा रहा है. बीजेपी की कोशिश है कि 26 अप्रैल को होने वाले मतदान के दिन बूथ स्तर पर पार्टी का कार्यकर्ता सक्रिय रहे और मतदाताओं को मतदान के लिए घर से बाहर निकाले.
चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नारायण पंचारिया ने कहा कि पहले चरण में भाजपा को मतदाताओं ने वोट दिया है. 12 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी जीतेगी, कमल खिलेगा. दूसरे चरण के लिए पार्टी ने तैयारी कर ली है, बूथ और शक्ति केंद्र के कार्यकर्ता परिवार पर्ची लेकर घर-घर पहुंच रहे हैं. 13 लोकसभा सीटों पर कमल फूल खिलेगा. पंचारिया ने कहा जैसे ही प्रचार का शोर थमा उसके बाद से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार बैठक ले रहे हैं. पंचारिया ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से मैदान पूरी तरह खाली पड़ा है, पहले प्रत्याशी चुनाव लड़ने को तैयार नहीं था, अब मतदान के दिन किसी भी बूथ पर टेबल लगाने नही आया. कांग्रेस हार मान चुकी है.