जयपुर. प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में हुए मतदान के बाद अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं के रुझान को लेकर चर्चा तेज हुई है. दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर हुए मतदान में शहरी क्षेत्रों में 65.69 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 64.86 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. इसमें ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं शहरी क्षेत्र की महिलाओं से मतदान करने में आगे रहीं, जबकि शहरी क्षेत्र के पुरुषों ने ग्रामीण क्षेत्र के पुरुषों से ज्यादा मतदान किया. राजस्थान में दो चरणों में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में इस बार 2019 की तुलना में मतदान प्रतिशत कम रहा. लेकिन पहले चरण की तुलना में दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत ज्यादा रहा. इसमें भी ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्र के मतदाताओं ने मतदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी ज्यादा निभाई.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के कुल 64.86 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया. जबकि शहरी क्षेत्र के कुल 65.69 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. जालौर लोकसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 73.55% शहरी मतदाताओं ने वोट डाले. जबकि बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 76.58 ग्रामीण मतदाताओं ने वोटिंग किया.
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उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में शहरी क्षेत्रों की 63.64 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 64.47 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया. इसी तरह शहरी क्षेत्र में पुरुष मतदाता आगे रहे. शहरी क्षेत्र के 67.67 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने जबकि ग्रामीण क्षेत्र के 65.22 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया. शहरी क्षेत्र के 56.33% थर्ड जेंडर मतदाताओं ने जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 40% थर्ड जेंडर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
आपको बता दें कि पहले चरण में शहरी क्षेत्र में सर्वाधिक 65.57 प्रतिशत मतदान गंगानगर और सबसे कम 52.18 प्रतिशत मतदान भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में रहा था. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक 66.95 प्रतिशत मतदान गंगानगर और सबसे कम 48.85 प्रतिशत मतदान करौली-धौलपुर लोकसभा क्षेत्र में रहा था.