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चुनावी ड्यूटी से वाहनों को बचाने के अजब-गजब बहाने, किसी ने लिखा बेटी कार से कॉलेज जाती है, किसी ने बताया पत्नी बीमार है - election vehicle acquisition

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 28, 2024, 1:36 PM IST

Updated : Apr 28, 2024, 1:51 PM IST

लोकसभा चुनाव 2024 के तहत दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. अब बाकी बचे चरणों के मतदान को लेकर प्रशासनिक तैयारियां चल रहीं हैं. झांसी में पांचवें चरण में वोटिंग होनी है. इसके लिए काफी संख्या में वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है. नोटिस पहुंचने के बाद वाहन मालिकों ने बहाने बनाने शुरू कर दिए हैं.

ELECTION VEHICLE ACQUISITION
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ELECTION VEHICLE ACQUISITION

झांसी : जिले में पांचवें चरण में 20 मई को लोकसभा चुनाव 2024 के तहत मतदान होना है. इसके लिए प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुटा है. वहीं सियासी दलों ने भी पूरा जोर लगा दिया है. चुनाव में मतदान कर्मियों को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने के लिए काफी संख्या में छोटे से बड़े वाहनों की जरूरत होती है. संभागीय परिवहन विभाग की ओर से इनके अधिग्रहण के लिए वाहन मालिकों को नोटिस भेजा गया है. इसके बाद से वाहनों को चुनावी ड्यूटी से बचाने के लिए मालिक तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं. इस तरह के 200 आवेदन आ चुके हैं.

झांसी एआरटीओ सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि मतदान के लिए जिले से 6 हजार वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है. इनमें से 2 हजार भारी (बस, ट्रक) और 4 हजार हल्के वाहन (कार) का अधिग्रहण होना है. ये वाहन ललितपुर, जालौन के अलावा एमपी के दतिया में भी भेजे जा सकते हैं. वहां से डिमांड आ चुकी है. 20 मई को पांचवें चरण के मतदान से पहले वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है. इसके लिए वाहन मालिकों को नोटिस भेजे गए हैं.

एआरटीओ ने बताया कि बड़े वाहनों के मालिकों ने तो कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई, जबकि कारों के मालिकों के करीब 200 आवेदन आ चुके हैं. इसमें कई तरह की बातें लिखकर वाहनों को चुनावी ड्यूटी में न लगाने की सिफारिश की गई है. किसी ने लिखा है कि उनकी बेटी को कार से कॉलेज छोड़ने जाना पड़ता है. कार नहीं रहेगी तो वह पढ़ने नहीं जा पाएगी. किसी कार मालिक ने बताया है कि वह चिकित्सक हैं, उन्हें वाहन से मरीजों को देखने के लिए जाना पड़ता है. वाहन न रहने पर बहुत परेशानी होगी.

इसी तरह से अन्य भी कई प्रार्थना पत्र आए हैं. कुछ ने लिखा है कि उनके घर में माता-पिता, पत्नी या बच्चे बीमार रहते हैं, उन्हें दिखाने के लिए अस्पताल जाना पड़ता है. कार नहीं रहेगी तो वे सही समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंच सकेंगे. एआरटीओ ने बताया कि करीब 90 प्रतिशत लोगों के प्रार्थना पत्र में इस तरह की बातें लिखी गईं हैं. लोग सिफारिशी फोन भी करा रहे हैं.

एआरटीओ ने वाहन मालिकों से सहयोग की अपील की है. कहा है चुनाव सभी का है, सभी को मतदान प्रक्रिया में सहयोग करना चाहिए. लोगों को फिक्र इस बात की है कि पता नहीं किस तरीके से उनके वाहन का इस्तेमाल किया जाएगा. जबकि सभी के वाहन पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे. फिलहाल वाहन मालिकों के आवेदनों पर विचार नहीं हो रहा है. आवेदन पर विचार तभी संभव है, जब वास्तविक कारण हो. सभी को अपने वाहनों को 17 मई को झांसी के भोजला मंडी में जमा करवाना है.

यह भी पढ़ें : बीएसपी ने टिकट से साधा जातीय समीकरण, अब तक 20 मुसलमानों को प्रत्याशी बनाकर सपा-कांग्रेस का दांव किया फेल

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झांसी : जिले में पांचवें चरण में 20 मई को लोकसभा चुनाव 2024 के तहत मतदान होना है. इसके लिए प्रशासनिक अमला तैयारियों में जुटा है. वहीं सियासी दलों ने भी पूरा जोर लगा दिया है. चुनाव में मतदान कर्मियों को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने के लिए काफी संख्या में छोटे से बड़े वाहनों की जरूरत होती है. संभागीय परिवहन विभाग की ओर से इनके अधिग्रहण के लिए वाहन मालिकों को नोटिस भेजा गया है. इसके बाद से वाहनों को चुनावी ड्यूटी से बचाने के लिए मालिक तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं. इस तरह के 200 आवेदन आ चुके हैं.

झांसी एआरटीओ सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि मतदान के लिए जिले से 6 हजार वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है. इनमें से 2 हजार भारी (बस, ट्रक) और 4 हजार हल्के वाहन (कार) का अधिग्रहण होना है. ये वाहन ललितपुर, जालौन के अलावा एमपी के दतिया में भी भेजे जा सकते हैं. वहां से डिमांड आ चुकी है. 20 मई को पांचवें चरण के मतदान से पहले वाहनों का अधिग्रहण किया जाना है. इसके लिए वाहन मालिकों को नोटिस भेजे गए हैं.

एआरटीओ ने बताया कि बड़े वाहनों के मालिकों ने तो कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई, जबकि कारों के मालिकों के करीब 200 आवेदन आ चुके हैं. इसमें कई तरह की बातें लिखकर वाहनों को चुनावी ड्यूटी में न लगाने की सिफारिश की गई है. किसी ने लिखा है कि उनकी बेटी को कार से कॉलेज छोड़ने जाना पड़ता है. कार नहीं रहेगी तो वह पढ़ने नहीं जा पाएगी. किसी कार मालिक ने बताया है कि वह चिकित्सक हैं, उन्हें वाहन से मरीजों को देखने के लिए जाना पड़ता है. वाहन न रहने पर बहुत परेशानी होगी.

इसी तरह से अन्य भी कई प्रार्थना पत्र आए हैं. कुछ ने लिखा है कि उनके घर में माता-पिता, पत्नी या बच्चे बीमार रहते हैं, उन्हें दिखाने के लिए अस्पताल जाना पड़ता है. कार नहीं रहेगी तो वे सही समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंच सकेंगे. एआरटीओ ने बताया कि करीब 90 प्रतिशत लोगों के प्रार्थना पत्र में इस तरह की बातें लिखी गईं हैं. लोग सिफारिशी फोन भी करा रहे हैं.

एआरटीओ ने वाहन मालिकों से सहयोग की अपील की है. कहा है चुनाव सभी का है, सभी को मतदान प्रक्रिया में सहयोग करना चाहिए. लोगों को फिक्र इस बात की है कि पता नहीं किस तरीके से उनके वाहन का इस्तेमाल किया जाएगा. जबकि सभी के वाहन पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे. फिलहाल वाहन मालिकों के आवेदनों पर विचार नहीं हो रहा है. आवेदन पर विचार तभी संभव है, जब वास्तविक कारण हो. सभी को अपने वाहनों को 17 मई को झांसी के भोजला मंडी में जमा करवाना है.

यह भी पढ़ें : बीएसपी ने टिकट से साधा जातीय समीकरण, अब तक 20 मुसलमानों को प्रत्याशी बनाकर सपा-कांग्रेस का दांव किया फेल

Last Updated : Apr 28, 2024, 1:51 PM IST
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