आगरा : सीएम योगी के मंच पर एक बार फिर सोमवार दोपहर फतेहपुर सीकरी के भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल नहीं पहुंचे. जिससे भाजपा के विधायक के बागी बेटे चौधरी रामेश्वर के चुनाव मैदान से हटने और नाम वापसी के आसार भी धूमिल हो गए. चौधरी रामेश्वर भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य रहे हैं. अब वे फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में निर्दलीय उतरे हैं. उन्हें चारपाई चुनाव चिन्ह मिला है. इधर, जिले में चर्चा है कि भाजपा संगठन ने भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल को दिल्ली तलब किया है.
आज थी नाम वापसी की संभावना : सीएम योगी की किरावली में सोमवार को होने वाली जनसभा में चौधरी बाबूलाल के पहुंचने की संभावना थी. यही से चौधरी रामेश्वर के नाम वापस लेने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल जनसभा में पहुंचे हीं नहीं. बता दें, बेटे के चुनाव मैदान में उतरने के बाद से ही चौधरी बाबूलाल ने भाजपाइयों से दूरी बना ली है. 22 अप्रैल को चुनाव आयोग से चौधरी रामेश्वर को चुनाव चिन्ह भी मिल गया. चौधरी रामेश्वर को चारपाई चुनाव चिन्ह मिला है. इससे अब मिनी छपरौली यानी जाट लैंड में समीकरण बदल गए हैं.
रामेश्वर ने दो बार चुनाव लड़ा : भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे चौधरी रामेश्वर ने फतेहपुर सीकरी 1998 में आगरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. तब उन्हें 1.99 लाख वोट मिले थे. इसके बाद 1999 में मथुरा लोकसभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) से चुनाव लड़े. इस बार महज 11 हजार वोटों से हार गए थे.