पटनाः बीजेपी नेता ऋतुराज सिन्हा ने INDI अलायंस पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाया है. ऋतुराज सिन्हा ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से पूछा कि क्या वोट बैंक की राजनीति के लिए दूसरे देशों से घुसपैठियों को बुलाकर वोटर बनाकर बंगाल वाला राजनीति का घिनौना मॉडल क्या तेजस्वी यादवजी बिहार में लाना चाहते हैं. उन्होंने INDI अलायंस पर सीमांचल को 'पाक' बनाने का आरोप लगाया.
'मुस्लिम आरक्षण की बात करती है कांग्रेस': ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यक वोटों को हासिल करने के लिए देश की संपत्ति को अल्पसंख्यकों के बीच बांटने का वादा किया है.उन्होंने आरोप लगाया "कांग्रेस के शासनकाल में सच्चर कमेटी और रंगनाथ कमेटी का गठन किया गया जिसमें मुसलमान को सरकारी नौकरियों में 15% तक आरक्षण देने की बात कही गयी है जो कि संविधान विरोधी है."
'आरक्षण में छेड़छाड़ नहीं करने देंगे': ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि वो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान को दुहरा रहे हैं कि बीजेपी का ये घोषित रुख है कि जब तक बीजेपी सत्ता में क्या जबतक बीजेपी का अस्तित्व है तबतक अंबेडकरजी ने जो आरक्षण व्यवस्था इस देश को दी है, पिछड़े भाइयों को सशक्त करने के लिए दी है, उसमें न कोई छेड़छाड़ होगी और न हम छेड़छाड़ करने देंगे.
सीमांचल बचेगा या 'पाक' बनेगाः ऋतुराज सिन्हा ने खासकर सीमांचल के मुद्दों को लेकर INDI अलायंस को घेरा. उन्होंने कहा कि तेजस्वीजी क्या बंगाल वाला राजनीति का घिनौना मॉल बिहार में भी लाना चाहते हैं जिसमें दूसरे देशों से घुसपैठिये लाकर वोटर बनाए जाते हैं. ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि अब सीमांचल के वोटर्स को तय करना है कि NRC, UCC का साथ देकर सीमांचल को बचाना है या फिर INDI अलायंस और ओवैसी का साथ देकर 'पाक' बनाना है.
पूर्णिया, अररिया,कटिहार और किशनगंज को बताया 'पाक': ऋतुराज सिन्हा ने सीमांचल के राज्यों को PAKK बताया. उन्होंने कहा कि P से पूर्णिया, A से अररिया, K से कटिहार और K से किशनगंज. उन्होंने तेजस्वी यादव से कहा कि वो सीमांचल की जनता को जाकर बताएं कि NRC लागू होगा तो तेजस्वीजी कहां खड़ें होगे ? UCC आएगा तो तेजस्वीजी का क्या स्टैंड रहेगा, आतंकवादी तत्वों को उखाड़कर फेंका जाएगा सीमांचल से तो तेजस्वीजी उनका बचाव तो नहीं करेंगे ?
26 अप्रैल को सीमांचल की 3 सीटों पर वोटिंगः बता दें कि भागलपुर और बांका के अलावा सीमांचल की 3 सीटों- पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज में दूसरे चरण के अंतर्गत 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. सीमांचल की सभी 4 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या और इन सीटों पर मुस्लिम मतदाता हार-जीत में सबसे बड़े फैक्टर हैं. यही कारण है कि सीमांचल की सीटों पर वोटिंग के पहले हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है.