चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी ने अपनी लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. इसमें विभिन्न राज्यों की 195 सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करती है. लेकिन, अभी कई राज्यों कि उम्मीदवारों का चयन होना बाकी है, जिसमें हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश भी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक छह मार्च को हो सकती है. जिसमें इन राज्यों के उम्मीदवारों के नाम सामने आ सकते हैं. लेकिन, हरियाणा में क्या बीजेपी सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी को कोई सीट देगी? यह सवाल अभी भी सियासी गलियारों में बना हुआ है.
बीजेपी की सभी 10 सीटों पर लड़ने की तैयारी: वर्तमान में हरियाणा में बीजेपी के पास सभी 10 सीटें हैं. ऐसे में पार्टी की सभी दस सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है. वहीं, हरियाणा की चुनाव समिति भी पार्टी को सभी दस सीटों पर उम्मीदवारों के पैनल की लिस्ट दे चुकी है. ऐसे में लग रहा है कि बीजेपी सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है. वहीं, जननायक जनता पार्टी भी करनाल में लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है, जिसमें लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी अपनी रणनीति तैयार करेगी.
गठबंधन को लेकर दोनों दलों के केंद्रीय नेतृत्व पर नजर: हालांकि दोनों दलों (बीजेपी और जेजेपी) के नेताओं के बयान भी हमेशा से लोकसभा चुनाव के मामले में कमोबेश एक से रहे हैं. हम सभी दस सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. बाकी गठबंधन को लेकर फैंसला आलाकमान को करना है यानी दोनो पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व को करना है. ऐसे में सवाल यही है कि जब बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम को शॉर्ट लिस्ट कर लिया है, हरियाणा में गठबंधन की सरकार चल रही है. ऐसे में बीजेपी, जेजेपी को कोई लोकसभा सीट देगी?
क्या कहते हैं बीजेपी और जेजेपी गठबंधन पर जानकार?: इस मामले में राजनीतिक मामलों की जान का धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं कि भले ही हरियाणा भारतीय जनता पार्टी ने सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का पैनल तैयार कर हाईकमान की भेज दिया हो. लेकिन, अभी हरियाणा में बीजेपी में अपनी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. वे कहते हैं कि ऐसे में हो सकता है कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व हरियाणा में जेजेपी को एक या दो सीट दे दे. जैसा कि कांग्रेस ने आप के साथ किया है.
NDA गठबंधन के साथ आगे चलने की तैयारी में बीजेपी: धीरेंद्र अवस्थी कहते हैं "बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व हर तरह के सियासी समीकरणों की समीक्षा करता है. अगर उन्हें लगेगा कि जेजेपी के साथ जाने से बीजेपी को सभी सीटों पर एक से 2 प्रतिशत का भी वोटो का फायदा मिलता है, तो वह जरूर गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव में उतरना चाहेंगे. बीजेपी एनडीए गठबंधन के साथ आगे चलना चाहेगी, ऐसे में एक या दो सीट जेजेपी को दे सकती है. बीजेपी ने उत्तरप्रदेश में छोटे छोटे दलों के लिए सीटें छोड़ी है तो हरियाणा में भी ऐसा हो सकता है."
क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक?: वहीं, बीजेपी और जननायक जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव में गठबंधन के सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार राजेश मोदगिल कहते हैं कि हो सकता है बीजेपी अभी कुछ और समय इस विषय पर मंथन करने के लिए लेना चाह रही हो. इसी वजह से ही बीजेपी ने अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची में हरियाणा की किसी भी सीट पर अपनी उम्मीदवार घोषित नहीं किए हों. वे कहते हैं कि बीजेपी शायद अभी भी इस बात का आकलन कर रही है कf क्या जेजेपी के साथ जाने से उसको कोई फायदा होगा? वे कहते हैं कि हरियाणा बीजेपी ने भले की उम्मीदवारों के नामों का पैनल सभी दस सीटों के लिए हाईकमान को सौप दिया हो, लेकिन अंतिम फैसला तो इस गठबंधन को लेकर केंद्रीय नेतृत्व को ही करना है. वे कहते हैं कि जो हालात वर्तमान में देश की राजनीति में बने हुए हैं, एक तरफ एनडीए और दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन, उसको देखकर लगता है कि शायद बीजेपी 1 से 2 सीट जेजेपी को दे दे, लेकिन यह सब बीजेपी सारे समीकरणों का अध्ययन करने के बाद ही तय करेगी.
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