कवर्धा: जबलपुर हाईकोर्ट के आदेश पर गुरुवार सुबह मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ पुलिस और प्रशासन की टीम लोहारीडीह गांव पहुंची.इसके बाद शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरु के क्रब को उनके परिजनों के मौजूदगी में खोदा गया. ताकि शिव प्रसाद साहू का दोबारा पोस्टमार्टम हो सके. आपको बता दें कि मृतक शिवप्रसाद साहू की बेटी ने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी की उसके पिता की हत्या हुई है. इसलिए पिता की लाश को कब्र से निकालकर दोबारा पोस्टमार्टम कर मामले की जांच कर दोषियों को सजा मिले. इस याचिका पर जबलपुर हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि शिवप्रसाद साहू की लाश क्रब से निकाल कर दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए. कोर्ट के निर्देश का पालन करने छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश की पुलिस टीम गुरुवार को लोहारीडीह पहुंची.शव को निकालकर फॉरेसिंक जांच की जाएगी.
क्या है मामला : शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरु निवासी लोहारिडीह 14 सितंबर को निजी कार्य से बालाघाट मध्यप्रदेश गया था. लेकिन वापस नहीं लौटा. 15 सितंबर की सुबह बालाघाट थाना क्षेत्र के जंगल में उसकी लाश पेड़ पर फांसी में लटकती हुई मिली. मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे. पुलिस ने शव देखकर प्रथम दृष्टया आत्महत्या बताया. जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शिवप्रसाद के हत्या के आरोप में गांव के उपसरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगाकर जलाकर मार दिया.
गांव में हुआ बलवा : आगजनी और हत्या की खबर के बाद पुलिस जब गांव पहुंची तो आक्रोशित गांववालों ने पुलिस पर भी पथराव किया. जिसके बाद पुलिस ने 161 लोगों पर एफआईआर की.इसमें से 69 को जेल हुई. इस दौरान विपक्ष और मृतक की बेटी ने छत्तीसगढ़ सरकार से शिव प्रसाद का दोबारा पोस्टमार्टम करने की मांग की. लेकिन सुनवाई नहीं हुई. तब मृतक की बेटी ने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई. कोर्ट में केस की सुनवाई चल रही थी इसी दौरान बालाघाट पुलिस ने बड़ा खुलासा किया.पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शिवप्रसाद साहू की मौत को हत्या बताकर मृतक उपसरपंच के बड़े बेटे, भांजा समेत 04 लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बाद में मृतक शिव प्रसाद की बेटी की दायर याचिका में हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि शिवप्रसाद साहू के शव को कब्र से निकाल कर दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए, जिसके आदेश का पालन करते हुए पुलिस गुरुवार शव खोलने लोहारीडीह पहुंची.