रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में अरुणपति त्रिपाठी, अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया. इसके बाद अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को 2 मई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. वहीं, अरुणपति त्रिपाठी को 25 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की रिमांड में रहेंगें. वहीं, शराब घोटाला मामले के आरोपी अरविंद सिंह ने इच्छा मृत्यु की मांग की है. कोर्ट में पेशी के बीच उन्होंने यह मांग की है. इस पर कोर्ट ने कहा कि वकील से आवेदन लगाने के बाद इस पर अलग से सुनवाई होगी.
70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज: दरअसल, ईओडब्ल्यू एसीबी ने 70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. पूर्व में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार अनवर देवर और अरविंद सिंह को ईओडब्ल्यू ने 4 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही इस मामले में जमानत पर चल रहे छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन के पूर्व एमडी अरुण पति त्रिपाठी को ईओडब्ल्यू की टीम ने बिहार के गोपालगंज से 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया. इन लोगों से पूछताछ की गई. कई जगहों पर ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने रेड की कार्रवाई भी की है. इन लोगों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद कुछ टीम बाहर भी भेजी गई थी.
अनवर ढेबर ने जांच रोकने की याचिका लगाई थी: वहीं, शराब कारोबारी अनवर ढेबर ने हाईकोर्ट में ईओडब्ल्यू और एसीबी की जांच को रोकने के लिए याचिका लगाई थी. उस याचिका को हाईकोर्ट ने स्वीकार नहीं किया है. इसका जवाब छत्तीसगढ़ सरकार और प्रवर्तन निदेशालय को फाइल करने का समय हाईकोर्ट ने 25 अप्रैल 2024 को दिया है.