रांची: नये साल के मौके पर झारखंड के लोग करोड़ों की शराब पी जाते हैं. पिछले वर्षों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने इस साल नये साल के मौके पर बड़े पैमाने पर शराब की बिक्री की तैयारी की है. विभाग की सहायक कंपनी झारखंड बेवरेज कॉरपोरेशन ने सरकारी दुकानों के माध्यम से शराब की बिक्री के लिए पहले से ही हर ब्रांड की शराब का स्टॉक कर लिया है.
झारखंड बेवरेज कॉरपोरेशन के जीएम रजनीश कुमार के अनुसार नये साल के मौके पर आम दिनों की तुलना में शराब की बिक्री बढ़ जाती है, इसलिए विभाग ने पहले से ही हर ब्रांड की शराब का स्टॉक कर लिया है.
इस बीच झारखंड शराब व्यवसायी संघ के प्रदेश महासचिव सुबोध जायसवाल ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि इस बार शराब की बिक्री पिछले साल की तुलना में अधिक होने की संभावना है. पिछले साल नये साल के मौके पर 31 दिसंबर और 01 जनवरी को 45 करोड़ की शराब बिकी थी, इस बार यह बिक्री 60 से 70 करोड़ होने की संभावना है.
"आमतौर पर 31 दिसंबर और 1 जनवरी को शराब की बिक्री अधिक होती है. ऐसे में हमने ग्राहकों की मांग के अनुसार डिपो में लोकप्रिय ब्रांड की शराब का स्टॉक कर लिया है और दुकानों में भी उपलब्ध करा दिया है." - रजनीश कुमार, महाप्रबंधक, झारखंड बेवरेज कॉरपोरेशन
बिहार से सटे जिलों में बड़ी मात्रा में बिकती है शराब
बिहार में शराबबंदी के कारण नए साल के मौके पर बिहार से सटे झारखंड के जिलों में बड़ी मात्रा में शराब बिकती है. जिन जिलों में बड़ी मात्रा में शराब बिकती है, उनमें कोडरमा, देवघर, पलामू, पाकुड़, रांची, धनबाद, बोकारो जैसे जिले शामिल हैं. पिछले साल 31 दिसंबर 2023 को राजधानी रांची में 7 करोड़ रुपये से अधिक की शराब बिकी थी. इस बार 10 से 12 करोड़ रुपये की शराब बिकने की उम्मीद है. पिछले साल 2023 में उत्पाद विभाग ने शराब बेचकर 2300 करोड़ रुपये जुटाए थे, इस बार राजस्व लक्ष्य 2700 करोड़ रुपये है.
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