रायपुर: रायपुर टू भिलाई दुर्ग तक लाइट मेट्रो चलाने का रास्ता साफ हो गया है. यह लाइट मेट्रो रशियन टेक्नोलॉजी से रायपुर और दुर्ग के बीच दौड़ लगाएगी. इसके लिए मॉस्को में आयोजित इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट मीट में रायपुर नगर निगम और रूस के बीच एमओयू हुआ है. रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर और रसिया ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने इस पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं. महापौर की मानें तो बहुत जल्द टेक्नीशियन एक्सपर्ट रायपुर पहुंचेंगे.
रायपुर टू दुर्ग लाइट मेट्रो जल्द होगी शुरु: रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि "जल्द ही रूस के एक्सपर्ट रायपुर पहुंचेंगे. ज्वाइंट वेंचर में यह काम किया जाएगा. महापौर ने बताया कि पहले टीम रायपुर आएगी और शहर का निरीक्षण करेगी. इसके साथ ही इलेक्ट्रिक सिटी बसों के संचालक को लेकर सुझाव देगी. महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि ''रायपुर के स्काईवॉक को भी रसिया की टीम देखेगी. अगर उसमें लाइट मेट्रो चलाई जा सकती है तो इस पर भी विचार किया जा सकता है''.
साथियों मैं रूस की राजधानी मॉस्को में लाइट मेट्रो ट्रेन में रोमांच से भरपूर सफर कर रहा हूं। इसी तरह रायपुर वासी भी बहुत जल्द लाइट मेट्रो ट्रेन के सफर का लुत्फ उठाएंगे। इसके लिए आज रूस के परिवहन मंत्री के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है। pic.twitter.com/Gs4Pi8qdzK
— Aijaz Dhebar (@AijazDhebar) August 22, 2024
रूस के साथ रायपुर नगर निगम का एमओयू साइन: चार बिंदुओं को लेकर मॉस्को के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और मॉस्को के महापौर ने MOU पर हस्ताक्षर किया है. चार बिंदुओं में पहले रायपुर से भिलाई दुर्ग तक लाइट मेट्रो, दूसरा इलेक्ट्रिक बसों का संचालन और मैनेजमेंट, तीसरा ट्रैफिक मैनेजमेंट और चौथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पब्लिक ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट पर काम करेगी . यह रायपुर शहर के साथ ही प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. ऐसा होने से रायपुर में बेहतर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम तैयार होगा."
छत्तीसगढृ़ का ट्रांसफोर्ट सिस्टम होगा बेस्ट: नगर निगम के महापौर ने बताया कि "साल 2022 से हम रायपुर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने और रायपुर में लाइट मेट्रो को लेकर रसिया से लगातार संपर्क में थे. साल 2023 में जब ट्रांसपोर्टेशन समिट हुआ तब भी महापौर रशिया गए थे. 3 साल बाद आज हमें सफलता मिली है''. महापौर ने यह भी बताया कि ''दुनिया में सबसे अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम रशिया में है. यहां की तकनीक के इस्तेमाल से रायपुर की ट्रैफिक व्यवस्था और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा बेहतर हो सकती है. एक रिपोर्ट में मास्को की विशाल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दुनिया की सबसे बेहतर सिस्टम माना गया है."
400 से 500 करोड़ का आएगा बजट:रायपुर में मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर लाइट मेट्रो चलाने का प्रोजेक्ट का अनुमानित बजट लगभग 400 से 500 करोड़ का बताया जा रहा है. हालांकि तकनीकी पक्ष समझने के बाद बजट कि स्वीकृति सरकार से लेने की प्रक्रिया होगी. निगम इसमें अपनी आय विदेशी निवेश की संभावनाओं पर भी विचार कर रहा है. रूस में जो लाइट मेट्रो ट्रेन चलती है. वह बैटरी से संचालित होती है और इसमें 8 बोगियां होती हैं.
अमूमन 8 बोगियों की होती है लाइट मेट्रो में: यह ट्रेन एलिवेटेड रूट पर चलती है, यानि की ऊपर से नीचे की ओर लटकी हुई होती है. सड़कों पर पिलर लगाकर उस पर हल्की पटरियां बिछाई जाती हैं. ट्रेन में एक बार में लगभग 1000 लोग सफर कर सकते हैं. ट्रेन में एसी और वाई-फाई की सुविधा भी होती है. एक तरह से लाइट मेट्रो पूरी तरह से हाइटेक सिस्टम से लैस होती है. सुरक्षा के लिहाज से भी ये बेहतर मानी जाती है. आरामदायक सफर के लिहाज से ये बेहतर साबित होती है.
मॉस्को शहर के वोजन्सस्की में हुआ आयोजन: रूस में 21 से 25 अगस्त तक इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट समिट का आयोजन हो रहा है. यह आयोजन मास्को शहर के वोजन्सस्की लेन में रखा गया. इस इवेंट को डिपार्मेंट ऑफ ट्रांसपोर्ट एंड रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ऑफ़ मॉस्को और दम डिपार्मेंट ऑफ एक्सटर्नल इकोनॉमिक एंड इंटरनेशनल रिलेशन ऑफ़ मॉस्को के द्वारा मिलकर आयोजित किया गया. समिट में करीब 150 देश के शहरों के मेयर, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और कई ट्रांसपोर्ट कंपनियों के सीईओ भी शामिल हुए.