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धान खरीदी केंद्रों में मिलर्स करने लगे उठाव, खाद्य विभाग ने शार्टेज को बताया सामान्य - PADDY PROCUREMENT

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी केंद्रों में उठाव अब सामान्य होने लगा है. लेकिन अभी से ही शार्टेज की समस्या आने लगी है.

Lifting of paddy increased
धान खरीदी केंद्रों में मिलर्स करने लगे उठाव (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : 2 hours ago

बालोद : बालोद जिले में धान खरीदी तेजी से चल रही है अब तक 3 लाख 55000 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. लेकिन उठाव काफी धीमा होने के कारण यहां पर अभी से ही शॉर्टेज की स्थिति देखने को मिल रही है. वहीं जिला खाद्य विभाग ने बताया कि मिलर अब पंजीयन कर रहे हैं तो डीओ भी काटना शुरू हो चुका है. अब तेजी से परिवहन हो पाएगा. आपको बता दें कि इस सत्र जब से धान खरीदी की शुरुआत हुई है. तब से ही मिलर हड़ताल पर थे. जिसके कारण काफी समस्या का सामना धान खरीदी में करना पड़ा.

हड़ताल समाप्त होने से उठाव में आई तेजी : जिला खाद्य अधिकारी तुलसीराम ठाकुर ने बताया कि बालोद जिले के राइस मिल संचालकों की राज्य शासन से सहमति बनने के बाद से हड़ताल खत्म हो चुका है. इसके बाद मिलर अब कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कर रहे हैं. पूरे बालोद जिले से अब तक 86 राइस मिलर कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कर चुके हैं.

Lifting of paddy increased
धान खरीदी केंद्रों में मिलर्स करने लगे उठाव (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

पहले ही धान संग्रहण केंद्र में व्यवस्थाओं को पूरा कर लिया गया था ताकि धान को स्टॉक करके रखा जा सके. अब स्थितियां सामान्य होने लगी हैं. धान खरीदी चल रहा है. इसके साथ-साथ परिवहन भी शुरू हो चुका है. जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि पंजीयन प्रक्रिया के साथ-साथ भौतिक सत्यापन करके सारा काम शुरू किया गया. शनिवार से मिलरों का काम शुरू हो चुका है- तुलसीराम ठाकुर,जिला खाद्य अधिकारी

धान खरीदी केंद्रों में मिलर्स करने लगे उठाव (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

पहले 16 और 17 प्रतिशत नमी में हुई खरीदी : धान खरीदी को लगभग 20 दिन होने वाले हैं. ऐसे में कई धान खरीदी केंद्रों से जब परिवहन किया जा रहा है तो पता चला है कि अभी से ही धान में शॉर्टेज आनी शुरू हो गई हैं. ताजा मामला बालोद जिले के जुंगेरा सोसाइटी का है. खाद्य विभाग ने बताया कि पहले 16 और 17 प्रतिशत धान की नमी को देखते हुए खरीदी किया गया था. तो वह सूखने वाली चीज है वह यदि 14 परसेंट पहुंच जाता है तो शॉर्टेज की स्थिति आती है. उन्होंने कहा कि अब यहां पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे से धान खरीदी की जा रही है.शॉर्टेज की समस्या सामान्य बात है.


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बालोद : बालोद जिले में धान खरीदी तेजी से चल रही है अब तक 3 लाख 55000 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. लेकिन उठाव काफी धीमा होने के कारण यहां पर अभी से ही शॉर्टेज की स्थिति देखने को मिल रही है. वहीं जिला खाद्य विभाग ने बताया कि मिलर अब पंजीयन कर रहे हैं तो डीओ भी काटना शुरू हो चुका है. अब तेजी से परिवहन हो पाएगा. आपको बता दें कि इस सत्र जब से धान खरीदी की शुरुआत हुई है. तब से ही मिलर हड़ताल पर थे. जिसके कारण काफी समस्या का सामना धान खरीदी में करना पड़ा.

हड़ताल समाप्त होने से उठाव में आई तेजी : जिला खाद्य अधिकारी तुलसीराम ठाकुर ने बताया कि बालोद जिले के राइस मिल संचालकों की राज्य शासन से सहमति बनने के बाद से हड़ताल खत्म हो चुका है. इसके बाद मिलर अब कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कर रहे हैं. पूरे बालोद जिले से अब तक 86 राइस मिलर कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कर चुके हैं.

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धान खरीदी केंद्रों में मिलर्स करने लगे उठाव (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

पहले ही धान संग्रहण केंद्र में व्यवस्थाओं को पूरा कर लिया गया था ताकि धान को स्टॉक करके रखा जा सके. अब स्थितियां सामान्य होने लगी हैं. धान खरीदी चल रहा है. इसके साथ-साथ परिवहन भी शुरू हो चुका है. जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि पंजीयन प्रक्रिया के साथ-साथ भौतिक सत्यापन करके सारा काम शुरू किया गया. शनिवार से मिलरों का काम शुरू हो चुका है- तुलसीराम ठाकुर,जिला खाद्य अधिकारी

धान खरीदी केंद्रों में मिलर्स करने लगे उठाव (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

पहले 16 और 17 प्रतिशत नमी में हुई खरीदी : धान खरीदी को लगभग 20 दिन होने वाले हैं. ऐसे में कई धान खरीदी केंद्रों से जब परिवहन किया जा रहा है तो पता चला है कि अभी से ही धान में शॉर्टेज आनी शुरू हो गई हैं. ताजा मामला बालोद जिले के जुंगेरा सोसाइटी का है. खाद्य विभाग ने बताया कि पहले 16 और 17 प्रतिशत धान की नमी को देखते हुए खरीदी किया गया था. तो वह सूखने वाली चीज है वह यदि 14 परसेंट पहुंच जाता है तो शॉर्टेज की स्थिति आती है. उन्होंने कहा कि अब यहां पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे से धान खरीदी की जा रही है.शॉर्टेज की समस्या सामान्य बात है.


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