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सरगुजा में बारिश कम क्यों हो रही ? पिछले 10 साल में लगातार रेनफॉल में कमी - Surguja Rainfall

Surguja Rainfall, CHHATTISGARH RAIN छत्तीसगढ़ में सावन आते ही अच्छी बारिश हुई. ज्यादातर जिलों के डैम पानी से लबालब है. अच्छी बारिश होने से किसान भी खुश है. खेतों में जुताई बोवाई शुरू हो गई है. प्रदेश में अब तक 571.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जो सामान्य से 8 प्रतिशत ज्यादा है. लेकिन सरगुजा में इस साल भी सूखे के संकेत दिख रहे हैं. यहां अब तक लगभग 69 मिलीमीटर कम बारिश हुई है. Drought in Surguja, Why is there less rain in Surguja

Surguja Rainfall
सरगुजा में बारिश कम क्यों हो रही (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 29, 2024, 8:06 AM IST

Updated : Jul 30, 2024, 6:43 AM IST

सरगुजा: उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा के बीते 30 साल के बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि इस क्षेत्र में शुरुआती मानसून की बारिश में लगातार कमी आई है. जून में अंबिकापुर की औसत वर्षा 221.1 मिलीमीटर है. साल 1995 से 2004 के 10 साल की अवधि में यह आंकड़ा 246.7 मिमी था जो मासिक औसत वर्षा से 25.6 मिमी ज्यादा था. इसके बाद कि दस वर्षीय अवधि 2005 से 2014 में जून में औसत वर्षा में 37.1 मिमी की कमी दर्ज की गई. इस अवधि में कुल औसत वर्षा 184.0 मिमी हुई थी. पिछले 10 साल 2015 से 2024 के दौरान यह कमी और बढ़ी है.

सरगुजा में पिछले 10 साल में बारिश में लगातार कमी: पिछले 10 साल में अंबिकापुर में जून की औसत बारिश 151.5 मिमी तक पहुंच गई है जो कि औसत बारिश से 69.6 मिलीमीटर कम है. जून की बारिश या कमजोर मानसून के आगाज का प्रभाव पूरे मानसून काल की बारिश पर भी स्पष्ट दिखता है. 1995 से 2004 के बीच के 10 साल के आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि मानसून की औसत वर्षा 1255.4 मिमी थी जो मानसून की दीर्घकालिक औसत 1211.1 मिमी से 44.3 मिमी ज्यादा थी जबकि उसके बाद के 10 साल के कालखंड 2005 से 2014 में इसमें 188.7 मिमी और 2015 से 2024 के सालों में 197.3 मिलीमीटर बारिश की कमी आई है.

सरगुजा में बारिश कम क्यों हो रही (ETV Bharat Chhattisgarh)

जून में कम बारिश से मानसून हुआ कमजोर: सरगुजा मौसम विभाग से मिले आंकड़ों से पता चल रहा है कि जून की बारिश को मानसून की प्रारंभिक बारिश कहा जाता है. आषाढ़ मास के साथ वर्षा ऋतु के आगाज का महीना होता है लेकिन सरगुजा में उसके ट्रेंड में लगातार डिस्टर्बबेंस आया है. मानसून का इस क्षेत्र में देरी से आना, अल्प वर्षा करते हुए बादलों का आगे बढ़ जाना या पहली मानसून की तरंगों के बाद बंगाल की खाड़ी में अवदाब का नहीं बनना जैसे कारणों के साथ कुछ स्थानीय कारण भी सरगुजा में कम बारिश के लिए जिम्मेदार हैं.

सरगुजा संभाग में सिर्फ बलरामपुर में अच्छी बारिश: मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट बताते हैं " सरगुजा में मानसून कमजोर रहा है, जून में 115.8 मिलीमीटर ही बारिश हुई थी, जो जून की औसत वर्षा से बहुत कम है. जून में औसतन वर्षा लगभग 221 मिमी होनी चाहिये थी. जुलाई की शुरुआत में भी मानसून कम सक्रिय दिखा, जो भी अवदाब क्षेत्र बने वो या तो दक्षिण छत्तीसगढ़ की ओर चले गये, या फिर नार्थ ईस्ट की तरफ चले गये. अभी भी सरगुजा जिले में सामान्य से 59 फीसदी कम वर्षा हुई है. संभाग के अन्य जिलों की बात करें तो बलरामपुर में अच्छी बारिश हुई है लेकिन बाकी के सभी जिलों में कम बारिश की स्थिति बनी हुई है. बीते 3 से 5 साल में जुलाई के महीने में सरगुजा में कम बारिश ही देखी गई है. बल्कि बीते 2 सालों की तुलना में इस साल जुलाई में ज्यादा बारिश हुई है. " मौसम विज्ञान केंद्र से मिले आंकड़ों के मुताबिक जून की 69.6 मिलीमीटर डेफिशिएंसी सिर्फ 10 मिमी घटकर 59 मिमी हुई है.

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सरगुजा: उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा के बीते 30 साल के बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि इस क्षेत्र में शुरुआती मानसून की बारिश में लगातार कमी आई है. जून में अंबिकापुर की औसत वर्षा 221.1 मिलीमीटर है. साल 1995 से 2004 के 10 साल की अवधि में यह आंकड़ा 246.7 मिमी था जो मासिक औसत वर्षा से 25.6 मिमी ज्यादा था. इसके बाद कि दस वर्षीय अवधि 2005 से 2014 में जून में औसत वर्षा में 37.1 मिमी की कमी दर्ज की गई. इस अवधि में कुल औसत वर्षा 184.0 मिमी हुई थी. पिछले 10 साल 2015 से 2024 के दौरान यह कमी और बढ़ी है.

सरगुजा में पिछले 10 साल में बारिश में लगातार कमी: पिछले 10 साल में अंबिकापुर में जून की औसत बारिश 151.5 मिमी तक पहुंच गई है जो कि औसत बारिश से 69.6 मिलीमीटर कम है. जून की बारिश या कमजोर मानसून के आगाज का प्रभाव पूरे मानसून काल की बारिश पर भी स्पष्ट दिखता है. 1995 से 2004 के बीच के 10 साल के आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि मानसून की औसत वर्षा 1255.4 मिमी थी जो मानसून की दीर्घकालिक औसत 1211.1 मिमी से 44.3 मिमी ज्यादा थी जबकि उसके बाद के 10 साल के कालखंड 2005 से 2014 में इसमें 188.7 मिमी और 2015 से 2024 के सालों में 197.3 मिलीमीटर बारिश की कमी आई है.

सरगुजा में बारिश कम क्यों हो रही (ETV Bharat Chhattisgarh)

जून में कम बारिश से मानसून हुआ कमजोर: सरगुजा मौसम विभाग से मिले आंकड़ों से पता चल रहा है कि जून की बारिश को मानसून की प्रारंभिक बारिश कहा जाता है. आषाढ़ मास के साथ वर्षा ऋतु के आगाज का महीना होता है लेकिन सरगुजा में उसके ट्रेंड में लगातार डिस्टर्बबेंस आया है. मानसून का इस क्षेत्र में देरी से आना, अल्प वर्षा करते हुए बादलों का आगे बढ़ जाना या पहली मानसून की तरंगों के बाद बंगाल की खाड़ी में अवदाब का नहीं बनना जैसे कारणों के साथ कुछ स्थानीय कारण भी सरगुजा में कम बारिश के लिए जिम्मेदार हैं.

सरगुजा संभाग में सिर्फ बलरामपुर में अच्छी बारिश: मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट बताते हैं " सरगुजा में मानसून कमजोर रहा है, जून में 115.8 मिलीमीटर ही बारिश हुई थी, जो जून की औसत वर्षा से बहुत कम है. जून में औसतन वर्षा लगभग 221 मिमी होनी चाहिये थी. जुलाई की शुरुआत में भी मानसून कम सक्रिय दिखा, जो भी अवदाब क्षेत्र बने वो या तो दक्षिण छत्तीसगढ़ की ओर चले गये, या फिर नार्थ ईस्ट की तरफ चले गये. अभी भी सरगुजा जिले में सामान्य से 59 फीसदी कम वर्षा हुई है. संभाग के अन्य जिलों की बात करें तो बलरामपुर में अच्छी बारिश हुई है लेकिन बाकी के सभी जिलों में कम बारिश की स्थिति बनी हुई है. बीते 3 से 5 साल में जुलाई के महीने में सरगुजा में कम बारिश ही देखी गई है. बल्कि बीते 2 सालों की तुलना में इस साल जुलाई में ज्यादा बारिश हुई है. " मौसम विज्ञान केंद्र से मिले आंकड़ों के मुताबिक जून की 69.6 मिलीमीटर डेफिशिएंसी सिर्फ 10 मिमी घटकर 59 मिमी हुई है.

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Last Updated : Jul 30, 2024, 6:43 AM IST
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