रांची: प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत राज्य संपोषित रांची के मुड़मा में कुष्ठ रोगियों के लिए आवासीय कॉलोनी का निर्माण किया गया है. सीएम हेमंत सोरेन ने इसका उद्घाटन किया. इसे 'कुष्ठाश्रम' नाम दिया गया है. आने वाले समय में इस कॉलोनी में 256 परिवार रहेंगे.
झमाझम बारिश के बीच कुष्ठाश्रम के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस परियोजना का नाम लेने में भी संकोच हो रहा है. सबसे पहले तो इस आवास का नाम ऐसा हो जिसे सुनकर गर्व हो. यह कहते हुए सीएम ने कहा कि इस आवास को 'निर्मल' आवास कहा जाना चाहिए. सीएम ने कोरोना काल की चर्चा की. उन्होंने कहा कि आपके सहयोग से ही उस लड़ाई को जीता गया. आप जैसे लोगों के लिए अलग-अलग जिलों में भी आवास का निर्माण कराया जा रहा है. आज इंद्र देव भी खुश हैं. तभी तो आपके गृह प्रवेश के मौके पर भरपूर बारिश हुई.
कुष्ठ रोगियों के लिए बनी है 'निर्मल' कॉलोनी
सबसे खास बात है कि पीएमएवाई शहरी योजना के तहत एक आवास के निर्माण मद में केंद्र सरकार डेढ़ लाख रुपए और राज्य सरकार 1 लाख रुपए देती है. लेकिन एक आवास के निर्माण में करीब 13 लाख रुपए का खर्च आता है. यह सात ब्लॉक में बना है. इसपर 135 करोड़ रु. खर्च हुआ है. लिहाजा, शेष राशि का इंतजाम बैंक लोन या अन्य स्रोत से करना पड़ता है. लेकिन इस योजना के लाभुकों को जेब से एक पैसे भी नहीं लगाने पड़े.
लाभुक मद की राशि खुद राज्य सरकार ने वहन किया है. कार्यक्रम के दौरान ही जुडको की ओर से इस परियोजना को नगर निगम को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया भी पूरी कर दी गई. इस मौके पर नगर विकास विभाग के सचिव अरवा राजकमल ने कहा कि कुष्ठ रोगियों के लिए इसी तरह की कॉलोनी जमशेदपुर और देवघर में भी बन चुकी हैं. आने वाले समय में मिहिजाम में कॉलोनी तैयार की जाएगी.
विभागीय मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि आज पुण्य का सबसे बड़ा काम हुआ है. लेकिन विपक्षी दल सिर्फ आरोप लगाते रहते हैं. उन्होंने कहा कि समाज की बेहतरी के लिए और जो भी जरुरत होगा, उसे पूरा किया जाएगा. हटिया के भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत इस कॉलोनी का निर्माण हुआ है. विभागीय सचिव ने कहा कि 256 परिवारों को इस योजना का लाभ दिया गया है. जब यहां लाभुक रहने लगेंगे तो महिलाओं को उनकी पसंद के अनुसार स्किल ट्रेनिंग दिया जाए. उन्होंने कहा कि कई लोग अभी भी बीमार हैं. उनके इलाज के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी बनाएंगे. यहां डॉक्टर इलाज किया करेंगे. सचिव ने कहा कि जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, वही इस बीमारी से ग्रसित होते हैं. लेकिन राज्य सरकार आपके दर्द को समझती है.
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