कांकेर : पहाड़ों के जंगलों में वन्य जीवों का दिखना आम है, लेकिन जब खतरनाक वन्यजीव आबादी के नजदीक दिखने लगे तो फिर समझिए खतरे की घंटी बजने वाली है.कांकेर में भी कुछ ऐसा ही हुआ है.जहां तेंदुए ने लोगों की रातों की नींद उड़ा दी है.क्योंकि बात एक तेंदुए की होती तो ठीक थी,लेकिन यहां पर तो पूरा कुनबा ही डेरा जमाए हुए है.
डुमाली गांव में तेंदुए की दहशत : कांकेर नगर से लगे डुमाली के पहाड़ों में एक साथ कई तेंदुए दिखाई दिए हैं. डुमाली गांव में एक साथ 5 तेंदुए नजर आने के बाद विभाग अलर्ट मोड पर है. तेंदुए की दहशत से ग्रामीण सकते में है.वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो रात को सिर्फ घर से इसलिए निकल रहे हैं क्योंकि वो साक्षात् तेंदुए को देखना चाहते हैं.ये लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर दूसरों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं.
''हम सभी जगह जनजागरूकता कर रहे है. डुमाली गांव के ग्रामीणों और प्रतिनिधियों का सहयोग भी मिल रहा है.बस्ती के आस पास बड़ी-बसी झाड़ियां थी उसकी छटाई भी करवाई गई है. इस सड़क में बहुत सारे वाहन चलते थे. समझाईश के बाद वाहन कम आ रहे हैं. मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वन्य प्राणी देखने का कौतुहल बना रहता था.लेकिन हमें अपने पेशेंस पर कंट्रोल करना चाहिए ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो.''- आलोक वाजपेयी, डीएफओ
वनविभाग की टीम को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने इलाके में रात्रिकालीन गश्त बढ़ा दी है. लोगों को रात के समय तेंदुआ वाले एरिया से गुजरने की मनाही है. ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो. विभाग के कर्मचारी सहित खुद डीएफओ आलोक बाजपेयी भी इलाके में गश्त कर टीम का मनोबल बढ़ा रहे हैं.वनविभाग ने आसपास के इलाके में सूचना बोर्ड भी लगाया है, ताकि लोग इस रास्ते से रात या दूसरे समय में गुजरते वक्त सावधानी बरतें.