धनबादः झारखंड के प्रखर नेता व झामुमो के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो की आज 33वीं पुण्यतिथि है. पुण्यतिथि के अवसर पर बलियापुर स्थित उनकी समाधि स्थल पर स्थानीय लोगों सहित गणमान्य नेताओं ने उन्हें नमन कर श्रद्धाजलि दी.
स्थानीय विधायक चंद्रदेव उर्फ बबलू महतो, विधायक राज सिन्हा, डुमरी विधायक जयराम महतो और आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो समेत कई गणमान्य नेताओं उनके समाधि स्थल जाकर उनको नमन किया. इस बार आजसू प्रमुख सुदेश महतो भी उनकी सभाधि स्थल पहुंचे और श्रद्धा सुमन अर्पित की.
मीडिया से बातचीत के दौरान आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि उनकी पुण्यतिथि पर हम क्षेत्र में कार्यक्रम करते आए हैं. जिस कारण मैं यहां आ नहीं पाता था. आज पहली बार उनकी समाधि स्थल पर आने का मौका मिला. उन्होंने कहा कि जिन्हें आप आइडियल मानते हो, जो लोगों के लिए आइडियल हों और जिनके कर्म महान हों, उनके समाधि स्थल के सामने से ऊर्जा प्राप्त होता है.
सुदेश महतो ने बिनोद बिहारी महतो को एक दूरदर्शी नेता बताते हुए कहा कि इस राज्य को गढ़ने की परिकल्पनाएं उनके शब्दों में थी. उनका जो सपना था, वह कहीं न कहीं आज धूमिल होती नजर आ रही है. छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की घटना को उन्होंने निंदा की है. उन्होंने कहा कि मंईयां सम्मान योजना जिनके सम्मान के लिए सरकार ने लाया है, वह निरंतर चलना चाहिए, बंद नहीं होना चाहिए.
वहीं स्थानीय विधायक चंद्रदेव महतो ने कहा आज भी बिनोद बाबू के विचार उतनी ही प्रासंगिक है, जितना 33 साल पहले था. आज के समय में उनके विचारों की और प्रासंगिकता बढ़ी है. बिनोद बाबू ने पढ़ो और लड़ो का नारा दिया था, आज उसमें एक शब्द आगे बढ़ो जोड़ने की जरूरत है. बौद्धिक स्तर पर लोग उस वक्त मजबूत नहीं थे. जिस समय उन्होंने शिक्षा की अलख जगाने का काम किया.
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