हल्द्वानी: चारधाम यात्रा में अवस्थाओं को लेकर ने सरकार और सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि जिस तरह से चारधाम यात्रा में जो अव्यवस्थाएं फैली हैं. इससे पूरे देश में उत्तराखंड के लिए गलत संदेश जा रहा है. हजारों की संख्या में यात्री आ रहे हैं, लेकिन उनके लिए सरकार और सिस्टम द्वारा किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके चलते लोगों को खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है. यहां तक की लोगों को खाने-पीने की भी परेशानी हो रही है.
यशपाल आर्य ने कहा कि चारधाम यात्रा की जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है, क्या सरकार उन अधिकारियों से कभी रिपोर्ट मांगी है. चारधाम यात्रा की जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है, क्या वो अधिकारी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के नाम पर अधिकारी केवल खानापूर्ति कर रहे हैं. व्यवस्थाओं के नाम पर पूरे देश दुनिया में उत्तराखंड को कलंकित करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार चारधाम यात्रा को लेकर सचेत होती और कोई कार्य योजना तैयार की होती तो आज यह नौबत नहीं आती.
उन्होंने कहा कि जिन मंत्रियों और अधिकारियों को चारधाम यात्रा की जिम्मेदारी दी गई है. क्या वह इस यात्रा को लेकर गंभीर है, लेकिन सरकार और सिस्टम ने चारधाम यात्रा को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है.उन्होंने कहा कि जिस तरह से चारधाम यात्रा में अव्यवस्थाएं दिख रही है, उस से पूरे प्रदेश में अफरा-तफरी का माहौल है. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के नाम पर सरकार केवल कागजी खानापूर्ति कर रही है. जिसका नतीजा है कि आज चारधाम की अव्यवस्थाएं पूरे देश दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है.