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नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा नेताओं को बताया मक्कार, कहा- ये जनता से बोलते हैं झूठ

Tikaram Julie attack on BJP, राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा व केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने भाजपा नेताओं को झूठा व मक्कार करार दिया. साथ ही कहा कि ये जनता से झूठ बोलते हैं और एक ही झूठ को बार-बार दोहराते हैं.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 7, 2024, 7:07 PM IST

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली

जयपुर. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा नेताओं को झूठा व मक्कार कहा. उन्होंने कहा कि ये जनता से झूठ बोलते हैं और एक ही झूठ को बार-बार दोहराते हैं, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर के मुद्दे का कोई असर नहीं होगा. दरअसल, कांग्रेस के कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए जूली ने कहा कि ईआरसीपी के इंतजार में पूरे पांच साल निकल गए. यही गजेंद्र सिंह शेखावत हैं, जो तब इसे लेकर नहीं आए और अब जब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने में 20-25 दिन शेष बचे हैं तो समय निकाल लिए. इससे साफ है कि ये लोग झूठे और मक्कार हैं. जनता से झूठ बोलते हैं और एक झूठ को बार-बार बोलते हैं, ताकि राज्य की जनता को गुमराह कर सके.

जो बीत गई, वो बात गई : दो लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीतने के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि उससे पहले हमने प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर लगातार जीत हासिल की है. यहां स्थायी कुछ भी नहीं है, जो बीत गई, वो बात गई. अब नए सिरे से शुरुआत कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं. कार्यकर्ताओं में जोश है. हमारे कार्यकर्ता कमजोर नहीं हैं, वो सीट निकालकर लाएंगे. विधानसभा चुनाव में भी हमारा वोट प्रतिशत बढ़ा है.

इसे भी पढ़ें - 'विधानसभा में यह हाल है कि सत्तापक्ष के मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे हैं', टीकाराम जूली का भाजपा पर तंज

बजट से कुछ लेना-देना नहीं : अंतरिम बजट के सवाल पर उन्होंने कहा कि बजट से कुछ लेना देना नहीं है. ये सिर्फ फॉर्मेलिटी है. हाथी के दांत खाने और दिखाते के अलग होते हैं, जो वादे इन्होंने जनता से किए थे, क्या वो पूरे हो गए? दो महीने में अभी तक एक कैबिनेट बैठक कर पाए हैं. वो भी सिर्फ इसलिए कि राज्यपाल का अभिभाषण तैयार करवाना था या जो दिल्ली से अभिभाषण आया था. उस पर मुहर लगानी थी. इसके अलावा क्या हुआ.

अच्छे दिन और पुलवामा पर मांगे वोट : जूली ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन लाने का वादा किया था. आज हमारी प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में रैंकिंग गिरी है. हंगर इंडेक्स में हमारी भुखमरी बढ़ी है. जीडीपी 75 साल में सबसे निम्न स्तर पर है. बेरोजगारी 75 साल में सबसे ज्यादा है. पहले अच्छे दिन का नारा, फिर पुलवामा और देश का नाम लिया. अब राम मंदिर का नाम लेंगे. आपने जो वादे किए थे, उन पर वोट मांगिए फिर पता चलेगा कि कांग्रेस क्या है और भाजपा क्या है.

इसे भी पढ़ें - भजनलाल सरकार पर बरसे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, कहा 6 महीने का क्यों 5 साल का कामकाज का करें रिव्यू

चुनाव में नहीं चलेगा राम मंदिर का मुद्दा : उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा नहीं चलेगा. आप और हम इनके कहने से हिंदू बने हैं क्या या इनके आने के बाद पूजा करनी शुरू की है? हमारा धर्म है और हम इसे मानते आए हैं. इनसे पहले भी बड़े-बड़े मंदिर इस देश और दुनिया में बने हैं. हमारे घर और दिल में मंदिर है. भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत क्या है.

ध्रुवीकरण के लिए कर रहे यूसीसी की बात : राजस्थान में यूनिफार्म सिविल कोड लागू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लागू करना है तो करें. बातें क्यों करते हैं? चूंकि चुनाव सिर पर हैं इसलिए इनको बात करनी है, जिससे वोटों का ध्रुवीकरण हो सके. हालांकि, ये लोग उन मुद्दों पर बात नहीं करते हैं, जो चुनाव में जनता के बीच लेकर गए थे. पेट्रोल-डीजल, पेपर लीक और आरपीएससी भंग करने के इनके वादों का क्या हुआ?

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली

जयपुर. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा नेताओं को झूठा व मक्कार कहा. उन्होंने कहा कि ये जनता से झूठ बोलते हैं और एक ही झूठ को बार-बार दोहराते हैं, लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर के मुद्दे का कोई असर नहीं होगा. दरअसल, कांग्रेस के कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए जूली ने कहा कि ईआरसीपी के इंतजार में पूरे पांच साल निकल गए. यही गजेंद्र सिंह शेखावत हैं, जो तब इसे लेकर नहीं आए और अब जब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने में 20-25 दिन शेष बचे हैं तो समय निकाल लिए. इससे साफ है कि ये लोग झूठे और मक्कार हैं. जनता से झूठ बोलते हैं और एक झूठ को बार-बार बोलते हैं, ताकि राज्य की जनता को गुमराह कर सके.

जो बीत गई, वो बात गई : दो लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीतने के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि उससे पहले हमने प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर लगातार जीत हासिल की है. यहां स्थायी कुछ भी नहीं है, जो बीत गई, वो बात गई. अब नए सिरे से शुरुआत कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं. कार्यकर्ताओं में जोश है. हमारे कार्यकर्ता कमजोर नहीं हैं, वो सीट निकालकर लाएंगे. विधानसभा चुनाव में भी हमारा वोट प्रतिशत बढ़ा है.

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बजट से कुछ लेना-देना नहीं : अंतरिम बजट के सवाल पर उन्होंने कहा कि बजट से कुछ लेना देना नहीं है. ये सिर्फ फॉर्मेलिटी है. हाथी के दांत खाने और दिखाते के अलग होते हैं, जो वादे इन्होंने जनता से किए थे, क्या वो पूरे हो गए? दो महीने में अभी तक एक कैबिनेट बैठक कर पाए हैं. वो भी सिर्फ इसलिए कि राज्यपाल का अभिभाषण तैयार करवाना था या जो दिल्ली से अभिभाषण आया था. उस पर मुहर लगानी थी. इसके अलावा क्या हुआ.

अच्छे दिन और पुलवामा पर मांगे वोट : जूली ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन लाने का वादा किया था. आज हमारी प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में रैंकिंग गिरी है. हंगर इंडेक्स में हमारी भुखमरी बढ़ी है. जीडीपी 75 साल में सबसे निम्न स्तर पर है. बेरोजगारी 75 साल में सबसे ज्यादा है. पहले अच्छे दिन का नारा, फिर पुलवामा और देश का नाम लिया. अब राम मंदिर का नाम लेंगे. आपने जो वादे किए थे, उन पर वोट मांगिए फिर पता चलेगा कि कांग्रेस क्या है और भाजपा क्या है.

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चुनाव में नहीं चलेगा राम मंदिर का मुद्दा : उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा नहीं चलेगा. आप और हम इनके कहने से हिंदू बने हैं क्या या इनके आने के बाद पूजा करनी शुरू की है? हमारा धर्म है और हम इसे मानते आए हैं. इनसे पहले भी बड़े-बड़े मंदिर इस देश और दुनिया में बने हैं. हमारे घर और दिल में मंदिर है. भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत क्या है.

ध्रुवीकरण के लिए कर रहे यूसीसी की बात : राजस्थान में यूनिफार्म सिविल कोड लागू करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लागू करना है तो करें. बातें क्यों करते हैं? चूंकि चुनाव सिर पर हैं इसलिए इनको बात करनी है, जिससे वोटों का ध्रुवीकरण हो सके. हालांकि, ये लोग उन मुद्दों पर बात नहीं करते हैं, जो चुनाव में जनता के बीच लेकर गए थे. पेट्रोल-डीजल, पेपर लीक और आरपीएससी भंग करने के इनके वादों का क्या हुआ?

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