लखनऊ: लखनऊ में एलडीए के मकान का ध्वस्तीकरण का निशान देख किसान को दिल का दौड़ा पड़ गया. देर रात किसान की मौत हो गई. घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने गांव में प्रदर्शन किया. मौके पर पहुंचे पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री ने किसी तरह ग्रामीणों को शांत कराया.
लखनऊ के काकोरी के कालिया खेड़ा में एलडीए ने अधिग्रहण जमीन के दायरे में आने वाले मकानों को ध्वस्तीकरण के लिए रविवार को चिन्हित किया. जिसमें किसान हीरा लाल रावत का भी मकान था. वही दो दिन पूर्व कब्जा को लेकर एलडीए ने हीरालाल की चार बीघा गेंहू की फसल भी नष्ट कर दी थी. जिससे हीरालाल सदमे में थे.
इसे भी पढ़ें-LDA ने लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में चलाया अभियान, 5 अवैध व्यावसायिक बिल्डिंग सील
जब रविवार को एलडीए टीम के द्वारा मकान के ध्वस्तीकरण के लिए उनका मकान चिन्हित किया गया, तो वह सदमें आ गए. हीरालाल के बेटे नीरज ने बताया, कि रात करीब 3 बजे पिता की अचानक से चीखे, और उनकी मौत हो गई. सुबह गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया जा रहा है.
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर मृतक हीरालाल के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी. उन्होंने कहा, कि एलडीए द्वारा बात हो चुकी है. आबादी में आने वाले कोई भी मकान नही गिरेंगे. आप लोग बेवजह परेशान है. मंत्री ने परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. एलडीए तहसीलदार विराग करवरिया ने बताया, कि आबादी में बने मकानों को नहीं गिराया जाएगा.
यह भी पढ़ें-LDA फिर एक्शन में, अब लखनऊ के इस इलाके में चला बुलडोजर