अजमेर : सिविल लाइन थाना में वकील से अभद्रता के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस घटना से वकीलों में काफी रोष है. जिला बार एसोसिएशन ने 24 घंटे में थाना प्रभारी छोटू लाल के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी. इसके बाद थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर मंगलवार को वकील सड़कों पर उतर आए. कोर्ट के बाहर वकीलों ने जाम लगा दिया. वकील थाना प्रभारी छोटू लाल के निलंबित की मांग पर अड़ गए हैं. वकीलों ने 24 घंटे में थाना प्रभारी को निलंबित नहीं करने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभान सिंह राठौड़ ने बताया कि वकील भानु प्रताप सिंह किसी कार्य से सिविल लाइन थाने गए थे. इस दौरान सिविल लाइन थाना प्रभारी छोटू लाल ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. वकील भानु प्रताप का यह भी आरोप है कि थाना प्रभारी छोटू लाल ने वकील समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी भी की. राठौड़ ने बताया कि उसके विरोध में तीन दिन तक न्यायिक कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है. इस निर्णय में राज्य अभिभाषक संघ भी साथ है.
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उन्होंने बताया कि अजमेर एसपी वंदिता राणा को सोमवार को ज्ञापन देकर सिविल लाइन थाना प्रभारी छोटू लाल के खिलाफ 24 घंटे में कार्रवाई करने की मांग की गई थी, लेकिन पुलिस के उच्च अधिकारियों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया. राठौड़ ने कहा कि 24 घंटे में थाना प्रभारी छोटू लाल को निलंबित नहीं किया गया तो इस आंदोलन को प्रदेश व्यापी बनाया जाएगा.
घटना की तस्दीक सीसीटीवी से हो जाएगी : वकील भानु प्रताप सिंह ने बताया कि पक्षकार के बुलाने पर वह 9 नवंबर की शाम को सिविल लाइन थाने गए थे. वकील सिंह का आरोप है कि थाना प्रभारी ने उनके साथ अभद्रता की. वहीं, वकील समुदाय के लिए अर्नगल टिप्पणी करते हुए उन्हें बाहर जाने के लिए कहा.
सेशन कोर्ट के बाहर लगाया जाम : आंदोलनरत वकीलों ने सेशन कोर्ट के बाहर सड़क पर जाम लगा दिया. कोर्ट की दीवार के पास खड़े वाहन सड़क पर आड़े लगा दिए. कुछ देर जाम लगाने के बाद वकीलों ने खुद ही जाम खोल दिया.