लातेहारः जिले में कमजोर हो चुके नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की अब निर्णायक लड़ाई आरंभ हो चुकी है. पुलिस के द्वारा नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने का अंतिम मौका भी दिया जा रहा है. इसी कड़ी में पुलिस ने खूंखार माओवादी नक्सली छोटू खरवार के घर पर इश्तिहार चिपकाया है. छोटू खरवार को इश्तिहार के माध्यम से चेतावनी दी गई है कि अगले 30 दिनों के अंदर वह न्यायालय के समक्ष उपस्थित हो जाए.
दरअसल लातेहार जिले में नक्सलियों का बोलबाला हुआ करता था. परंतु पिछले 3 वर्षों के अंतराल में लातेहार एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में लातेहार पुलिस ने नक्सली संगठनों के खिलाफ जिस प्रकार कार्रवाई की, उससे जिले में नक्सली काफी कमजोर हो गए हैं. स्थिति यह हो गई है कि माओवादी नक्सली संगठन जिसने कभी अपने भारी भरकम कैडरों के भरोसे पूरे जिले में दहशत का माहौल बना रखा था, उसी माओवादी संगठन में आज गिनती के दो चार कमांडर बचे हुए हैं. बचे हुए कमांडर भी खुद को सुरक्षित करने के लिए भागते फिर रहे हैं.
15 लाख का इनामी माओवादी कमांडर छोटू के घर में चिपकाए गया इश्तिहार
लातेहार जिले में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन में जो कुछेक नक्सली कमांडर बचे हुए हैं, उनमें एक छोटू खरवार भी शामिल है. छोटू खरवार पर सरकार के द्वारा 15 लाख रुपए इनाम घोषित की गई है. रिजनल कमांडर छोटू खरवार को आत्मसमर्पण करने का एक और मौका देते हुए पुलिस के द्वारा हेरहंज थाना क्षेत्र के सिकित गांव स्थित उसके घर पर इश्तिहार चिपकाया गया. इस दौरान पुलिस ने डुगडुगी बजवाकर और लाउडस्पीकर से अनाउंस करवा कर ग्रामीणों को भी इकट्ठा किया. ग्रामीणों के समक्ष उसके घर पर इश्तिहार चिपकाया गया.
कई मामलों का अभियुक्त है छोटू खरवार
इधर इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी आशुतोष सत्यम ने बताया कि नक्सली कमांडर छोटू खरवार 100 से अधिक नक्सली घटनाओं का अभियुक्त है. लातेहार जिले के अलावे कई अन्य जिलों के थानों में कई मामले दर्ज हैं. फिलहाल न्यायालय के आदेश पर पुलिस के द्वारा नक्सली के घर पर इश्तिहार चिपकाया गया है और उसे चेतावनी दी गई है कि एक माह के अंदर वह न्यायालय के समक्ष उपस्थित हो जाए. यदि एक माह के अंदर वह न्यायालय के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसके चल और अचल संपत्ति को जप्त कर लिया जाएगा.
नक्सली कमांडर छोटू खरवार के खिलाफ इश्तिहार चिपकाने के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी उपस्थित थे. पुलिस ने नक्सली कमांडर के परिजनों से भी अपील की है कि छोटू खरवार को नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में लौटने के लिए प्रेरित करें.
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