बालोद: सभी नव वर्ष 2025 के स्वागत को आतुर हैं. नए वर्ष के साथ हम नई उम्मीद संजोए हुए हैं. लेकिन साल 2024 ने हमें क्या दिया और हमसे क्या लिया ये याद रखने की जरूरत है. बालोद जिले में कई ऐसी घटनाएं हुई जो लोगों के जेहन में घर कर गई. आइए जानते हैं साल 2024 की बड़ी घटनाएं
नामकरण संस्कार से लौट रहे परिवार की छीनी खुशियां: 15 दिसंबर को बालोद जिले के चौरहापड़ाव इलाके में कार एक ट्रक से टकरा गई. इस हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. फिर स्थानीय लोगों की मदद से घंटों मशक्कत की गई. काफी कोशिशों के बाद कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया. डौंडी में कुम्भकार परिवार के घर छट्ठी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कुछ लोग वापस अपने गांव गुरेदा लौट रहे थे. भानुप्रतापपुर-दल्ली राजहरा मुख्य मार्ग पर डौंडी इलाके के चौरहापड़ाव में उनकी गाड़ी सड़क हादसे का शिकार हो गई.
धर्मांतरण में पहली बार आत्महत्या: बालोद जिले में दिसंबर महीने में एक आत्महत्या ने पूरे हिंदू समाज को धर्म के प्रति सोचने पर मजबूर कर दिया. अर्जुंदा थाना क्षेत्र के युवक ने थाने में लिखित शिकायत करते हुए लिखा था, 'मैं गजेंद्र देवांगन पिता चंद्रशेखर देवांगन जो कि अर्जुन्दा के वार्ड-11 में रहता हूं, मेरी पत्नी राकेश्वरी देवांगन जो कि आए दिन मुझसे वाद विवाद करती है, और बच्चों को छोड़कर बार बार मायके चली जाती है, और वह ईसाई धर्म को अपना चुकी है, जिसको लेकर मुझे आपत्ति है, जिसकी सूचना दे रहा हूं, उसपर उचित कार्रवाई की जाए. लेकिन कुछ समय बाद उसने आत्महत्या कर ली. कथित तौर पर धर्मांतरण के दबाव को लेकर आत्महत्या किए जाने की बात सामने आई थी हालांकि पुलिस अब तक मामले की जांच कर रही है.
महिला जनप्रतिनिधि का अपमान: गुरूर नगर पंचायत में एक ऐसा दौर आया जब पहली बार एक महिला जनप्रतिनिधि का अपमान हुआ. गुरूर नगर पंचायत की घटना है. गुरूर नगर पंचायत परिसर को तोड़े जाने को लेकर पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया. ऐसे में एक और वीडियो ने पूरे प्रदेश में हंगामा मचा दिया. प्रशासन की कार्रवाई से नाराज महिलाओं ने शहीद वीर नारायण सिंह वार्ड की महिला पार्षद के साथ जमकर मारपीट की है. कुछ महिलाओं ने महिला पार्षद कुंती सिन्हा को घर से खींचते हुए निकाला और सड़क पर ले जाकर पटक दिया. उसी वक्त कुछ सेकंड पहले ही हाईवे से एक ट्रक गुजरा था. यह घटना पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गया था.
भाजपा संगठन का हुआ विस्तार: बालोद जिले के सत्ताधारी पार्टी का बरसो बाद अब पुनः परिसीमन हुआ है. जिले के तीन विधानसभा के हिसाब से पहले 9 मंडल हुआ करते थे लेकिन परिसीमन के बाद से यहां पर 17 मंडल अस्तित्व में आया. जहां पहली बार नए मंडल अध्यक्ष बनाए गए.
महिलाओं से लोन स्कैम: पुलिस पूरे जिले भर में साइबर फ्रॉड से बचने अभियान चलाती रही और प्रशासन के नाक के नीचे सैंकड़ों महिलाओं से लोन स्कैम हो गया. जिले के करीब 95 से अधिक गावों की हजारों महिलाएं ठगी का शिकार हो गई. लोन के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी महिलाओं से की गई. किनारगोंदी की 100 से अधिक महिलाओं ने गुरुर थाने में इस मामले की शिकायत की. सप्तऋषि संस्थान के खोलबाहरा नामक व्यक्ति ने एजेंट बनकर गुरुर क्षेत्र की महिलाओं के नाम से 30 हजार से दो लाख रुपये तक का लोन निकाला. महिलाओं को महज तीन से पांच हजार रुपये देकर बाकी लोन के पैसे की किश्त बैंक में जमा करने की बात कहते हुए महिलाओं के साथ ठगी की. शुरुआती आंकड़ों से 70 करोड़ के ठगी की बात सामने आई. जिले की ये सबसे बड़ी ठगी बनकर सामने आई. फिलहाल आरोपी गिरफ्त में है.
कॉम्प्लेक्स विवाद, सबसे बड़ी बुलडोजर कार्रवाई: बालोद जिले में सबसे बड़ी बुलडोजर कार्रवाई जिले के गुरूर नगर में देखने को मिली. यहां व्यापारी संघ ने बाजार चौक में 45 से लेकर 50 की संख्या में कॉम्पलेक्स बनाए. जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति दर्ज कराई. 12 जुलाई की सुबह प्रशासन अपने दस्ते के साथ पहुंचा और बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया.