जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज में मेरिट कट ऑफ हाई जाने के चलते अब जिन छात्रों का एडमिशन नहीं हुआ, उन्होंने सरकारी कॉलेज का रुख किया है. राजधानी सहित प्रदेश के 500 से ज्यादा सरकारी कॉलेज में फिलहाल एडमिशन प्रक्रिया जारी है. आवेदन भरने का बुधवार को आखिरी दिन रहेगा. वहीं, 12 जुलाई को प्रवेशित छात्रों की सूची जारी करते हुए, 15 जुलाई से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी.
15 जुलाई से नियमित कक्षाएं शुरू : प्रदेश के सरकारी कॉलेज में नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत सेमेस्टर सिस्टम लागू हो चुका है. हालांकि, सरकारी कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम देरी से लागू होने के चलते छात्रों के पहले सेमेस्टर की परीक्षा अप्रैल में हुई और दूसरी सेमेस्टर की परीक्षा जुलाई में शुरू हो रही है. इस बीच आगामी सत्र समय पर शुरू हो सके, इसको मद्देनजर रखते हुए फिलहाल यूजी फर्स्ट सेमेस्टर के लिए ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस जारी है. सरकारी कॉलेज में पढ़ने का ख्वाब देख रहे छात्र 3 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. महाविद्यालय की ओर से 6 जुलाई तक इन आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा. इसके बाद 8 जुलाई को अंतिम वरीयता सूची और 11 जुलाई को प्रतीक्षा सूची का प्रकाशन किया जाएगा, जबकि 12 जुलाई को प्रवेशित छात्रों की पहली सूची जारी की जाएगी और 15 जुलाई से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी.
सफल अभ्यर्थियों को भेजा जाएगा बधाई पत्र : जयपुर के पहले सरकारी कॉलेज में संचालित बीए, बीकॉम, बीएससी कोर्सेज के लिए इस बार पर्याप्त आवेदन आए हैं. इससे यहां पहली बार कोई भी सीट खाली नहीं रहेगी. कॉलेज प्राचार्य प्रो. स्निग्धा शर्मा ने बताया कि यहां बीए की 160 सीटों पर 1006, बीकॉम की 80 सीटों पर 199, बीएससी मैथ की 70 सीटों पर 490 और बीएसई बायो की 70 सीटों पर 407 आवेदन आए हैं. प्राप्त आवेदनों के आधार पर इस बार छात्रों के लिए एडमिशन टफ रहने वाला है. एडमिशन प्रक्रिया में सफल रहने वाले अभ्यर्थियों को बधाई पत्र भी भेजा जाएगा.
अक्टूबर में मिल जाएगा नया भवन : उन्होंने बताया कि कुछ महाविद्यालय में कम आवेदन आए थे, जिसकी वजह से एडमिशन का संशोधित कार्यक्रम जारी किया गया. इसके अलावा आयुक्तालय से सेकंड ईयर और थर्ड ईयर के छात्रों को प्रोविजनल प्रमोट करने का एक आदेश था. ऐसे में छात्रों को अस्थाई तौर पर प्रमोट कर दिया गया है, जिनकी कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं. वहींं, प्राचार्य ने बताया कि उनके कॉलेज का नया भवन बनकर लगभग तैयार है, लेकिन वो सेंटर फॉर एक्सीलेंस का हिस्सा है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर में छात्रों को नया भवन भी मिल जाएगा.
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उधर, गांधी सर्किल स्थित सरकारी कॉलेज प्रदेश के अन्य राजकीय कॉलेज के लिए मिसाल भी बना. कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने यहां मियावाकी पद्धति से किए गए पौधारोपण का उदाहरण देते हुए सभी सरकारी कॉलेज में मानसून सत्र के दौरान पौधारोपण करने और पौधे को वृक्ष के रूप में विकसित होने तक उसकी जिम्मेदारी उठाने के निर्देश दिए हैं. आयुक्त पुखराज सेन ने सघन वृक्षारोपण के लिए जिला स्तर पर वन संरक्षक और स्थानीय स्तर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी को ज्यादा से ज्यादा संख्या में पौधे लेकर इन्हें रोपित करने के निर्देश दिए हैं.