मंडी: बीती बरसात के दौरान मंडी जिले में 6 मील के पास भारी मात्रा में लगातार लैंडस्लाइड हुआ था. जिसके कारण भारी मात्रा में पहाड़ी मलबा हाईवे पर गिर गया था. अब इस मलबे को पूरी तरह से हटाने के लिए प्रशासन, एनएचएआई और पुलिस ने कार्ययोजना पर आज से काम करना शुरू कर दिया है. परेशानी का सबब बन चुके इस मलबे को हटाने के लिए अब रोजाना 4 घंटों तक चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद रखा जाएगा.
हाईवे बंद रहने की टाइमिंग
मंडी से पंडोह के बीच 6 मील के पास मलबा हटाने के लिए रोजाना सुबह 10 से 12 बजे और दोपहर को 2 से 4 बजे तक हाईवे को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद रखा जाएगा. यह प्रक्रिया अगले एक सप्ताह तक जारी रहेगी, ताकि शिवरात्रि महोत्सव से पहले-पहले इस स्थान को सुरक्षित यातायात के लिए बहाल किया जा सके.
मंडी से कुल्लू के लिए वैकल्पिक मार्ग
इस दौरान कुल्लू-मनाली की तरफ जाने वालों के लिए मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग और कुल्लू-मनाली से वापिस आने वालों के लिए पंडोह से गोहर-चैलचौक होते हुए डडौर जाने का विकल्प उपलब्ध रहेगा. हालांकि यह विकल्प सिर्फ छोटे वाहनों के लिए ही होगा. जबकि बड़े वाहनों को हाईवे पर ही रूककर इंतजार करना पड़ेगा.
"6 मील के पास गिरे हुए मलबे को पूरी तरह से हटाने के लिए यह फैसला लिया गया है और इस पर आज से ही कार्य करना शुरू कर दिया है. इस अवधि के दौरान लोगों से भी सहयोग की अपील है." - साक्षी वर्मा, एसपी मंडी
अब तक 3 जानें ले चुका है 6 मील का मलबा
बीते साल हुई बरसात में 6 मील के पास हुए भारी लैंडस्लाइड भारी मात्रा में मलबा हाईवे पर गिरा है. जो की अब तक तीन लोगों की जानें ले चुका है. इसमें सुंदरनगर के मां-बेटे (जिनकी कार पर पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिरा था) समेत घ्राण का 25 वर्षीय मशीन ऑपरेटर भी शामिल है. मशीन ऑपरेटर की पिछले कल मंगलवार को ही मलबे की चपेट में आने से मौत हुई है. यहां पर पहाड़ी से जो मलबा गिरा है वो कुछ इस तरह से रूका हुआ है कि बार-बार हाईवे पर आकर गिर रहा है. इसलिए अब इसे पूरी तरह से हटाने का फैसला लिया गया है. यहां पर फोरलेन के कार्य को भी रोक दिया गया है. क्योंकि अब यहां पर टनल निर्माण की ओर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है.
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