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आरजेडी की बैठक में नहीं पहुंचे लालू यादव, सवाल- क्या जल्द होगा बड़ा ऐलान? - RJD review meeting

RJD Review Meeting: आरजेडी की समीक्षा बैठक से लालू यादव के नदारद रहने को लेकर बयानबाजियों का दौर शुरू हो चुका है. 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले ही आरजेडी के अंदर तेजस्वी यादव को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग शोर-शोर से उठ रही थी. अब बैठक में लालू के शामिल नहीं होने से एक बार फिर से सियासत शुरू हो गई है.

आरजेडी की समीक्षा बैठक
आरजेडी की समीक्षा बैठक (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 21, 2024, 5:21 PM IST

समीक्षा बैठक में नहीं पहुंचे लालू (ETV Bharat)

पटना: राष्ट्रीय जनता दल के दो दिवसीय समीक्षा बैठक का आज दूसरा दिन है. 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर पार्टी की समीक्षा बैठक हुई. समीक्षा बैठक में तेजस्वी यादव सभी नेताओं से फीडबैक लिया और जानने की कोशिश की कि आखिर लोकसभा चुनाव के दौरान कहां कमी रह गई थी.

समीक्षा बैठक में नहीं पहुंचे लालू : आरजेडी की 2 दिवसीय समीक्षा बैठक के पहले दिन लालू प्रसाद शामिल नहीं हुए थे. आज की भी बैठक में लालू प्रसाद के शामिल होने की संभावना नहीं है. स्वास्थ कारणों से लालू प्रसाद के बैठक में शामिल नहीं होने की चर्चा है, लेकिन यह कोई पहल मामला नहीं है.

पहले भी बैठक से लालू ने बनाई थी दूरी: इससे पहले भी कई बैठकों में लालू प्रसाद यादव शामिल नहीं हुए थे. 2020 विधानसभा चुनाव के बाद पूरी पार्टी की राजनीति तेजस्वी यादव के ही इर्दगिर्द घूमती हुई दिख रही है. 2024 लोकसभा चुनाव में भी लालू प्रसाद यादव की सक्रियता सिर्फ सारण लोकसभा क्षेत्र तक ही सीमित रह गई थी.

लोकसभा चुनाव में तेजस्वी ने संभाला था मोर्चा: पूरे चुनाव प्रचार की कमान तेजस्वी यादव ने अपने कंधे पर लिया था. तेजस्वी यादव ने 2020 विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक चुनावी सभा को संबोधित किया था. इसी तरीके से 2024 लोकसभा चुनाव में भी 251 चुनावी सभा को तेजस्वी यादव ने संबोधित किया. 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सारी रणनीति हो या प्रत्याशी का चयन पर चर्चा लालू प्रसाद यादव ने की लेकिन पार्टी के चेहरा के रूप में तेजस्वी यादव भी सामने दिखे.

BJP का राजद पर तंज: राजद की समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव के शामिल नहीं होने पर भाजपा ने राजद पर चुटकी ली. बीजेपी के प्रवक्ता मनीष पांडे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राजद 40 सीट का दावा कर रही थी, लेकिन चार सीट पर सिमट कर रह गई. राजद की समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव नहीं दिख रहे हैं. मनीष पांडे ने कहा कि क्या चुनाव परिणाम को देखते हुए लालू प्रसाद यादव ने बैठक से अपनी दूरी बना ली है.

"राजद लालू प्रसाद यादव को दूध की मक्खी की तरह निकाल कर फेंकने का काम कर रही है. राजद की समीक्षा बैठक में तेजस्वी यादव के सामने लालू प्रसाद का ना रहना सवाल तो खड़ा करता ही है."- मनीष पांडे,बीजेपी प्रवक्ता

राजद के जवाब: राजद की समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव के नहीं रहने पर बीजेपी सवाल उठा रही है. इस पर राजद ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि पार्टी की समीक्षा बैठक पार्टी की मजबूती के लिए आयोजित की गई है. पार्टी किस तरीके से बेहतर ढंग से चले उसको लेकर भी समीक्षा बैठक में चर्चा हो रही है. राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं तेजस्वी यादव के दिशा निर्देशों पर काम करने की बात हो रही है.बिहार की जनता के बीच में तेजस्वी यादव की स्वीकारता जिस तरीके से बढ़ी है उसको लेकर भी पार्टी के अंदर चर्चा हो रही है।.

"बीजेपी को दूसरे के घर में झांकने की आदत है. BJP के अंदर नरेंद्र मोदी को लेकर किस तरीके से अविश्वास बढ़ा है, यह बीजेपी को नहीं दिख रहा है. भाजपा के अंदर खुद जूतम पैजार की स्थिति बनी हुई है. NDA के नाम पर 5 - 6 लोगों के हाथ में केंद्र की सत्ता से बीजेपी के सांसद भी खुश नहीं है. RSS ने बीजेपी को लेकर जिस तरीके का वक्तव्य दिया है इससे साफ हो जाता है कि बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता

क्या कहते हैं विश्लेषक: वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडेय का कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव है यह सब कोई जानता है. लेकिन लोग यह भी जानते हैं कि लालू प्रसाद यादव की विरासत को तेजस्वी यादव ने संभाल लिया है. सुनील पांडेय का कहना है कि तेजस्वी यादव ने न केवल लालू प्रसाद यादव की विरासत को संभाला है बल्कि यह प्रमाणित भी किया है कि वह इसे संभालने में सक्षम हैं.

"2019 का लोकसभा चुनाव हो या 2020 का विधानसभा चुनाव और इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने अपनी उपयोगिता साबित की. 2020 विधानसभा चुनाव में राजद के पोस्टर से लालू प्रसाद यादव गायब हो गए थे. RJD के नए पोस्टर बॉय तेजस्वी यादव बने थे और 2020 विधानसभा चुनाव में जिस तरीके से तेजस्वी यादव में चुनाव प्रचार का कमान संभाला और जो परिणाम सामने आया उससे उनकी उपयोगिता साबित उस समय हो गई थी."-सुनील पांडेय,वरिष्ठ पत्रकार

'तेजस्वी संभालेंगे विरासत': सुनील पांडेय ने कहा कि ऐसा ही कुछ 2024 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला. भले ही पार्टी की सारी रणनीति लालू प्रसाद यादव तय कर रहे थे लेकिन चुनाव प्रचार का पूरा कमान तेजस्वी के हाथों में था. सुनील पांडेय का कहना है कि आरजेडी में यह स्पष्ट हो गया है कि भले ही लालू प्रसाद यादव के परिवार में और भी राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन पार्टी में यह सभी तेजस्वी यादव के सहयोगी की भूमिका में ही रहेंगे. पार्टी का पूरा कमान तेजस्वी यादव के हाथों में ही दिखेगा.

तेजस्वी यादव ले रहे हैं फीडबैक: 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर राजद में समीक्षा का दौर चल रहा है. कल की बैठक में सभी लोकसभा प्रभारियों और प्रत्याशियों के चुनाव परिणाम पर समीक्षा की गई. इसके अलावे बिहार विधानसभा उपचुनाव को लेकर भी तेजस्वी यादव ने चर्चा की. शुक्रवार को समीक्षा बैठक के दूसरे दिन शाम 5 बजे से फिर बैठक आयोजित है. इस बैठक में लोकसभा में राजद के चारों सांसद सभी विधायक सभी लोकसभा के सभी प्रत्याशी बैठक में शामिल होंगे.

मीसा को लोकसभा में सदन का नेता बनाने पर फैसला: राजद के समीक्षा बैठक के दूसरे दिन पार्टी के लोकसभा में संसदीय दल के नेता पर भी चर्चा होगी. लोकसभा में राजद के 4 सांसद चुनकर गए हैं. पाटलिपुत्र से मीसा भारती, जहानाबाद से सुरेंद्र यादव,औरंगाबाद से अभय कुशवाहा और बक्सर से सुधाकर सिंह चुनाव जीत जीते थे. आज की बैठक में मीसा भारती को सदन के नेता के रूप में चुनने पर फैसला होगा.

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समीक्षा बैठक में नहीं पहुंचे लालू (ETV Bharat)

पटना: राष्ट्रीय जनता दल के दो दिवसीय समीक्षा बैठक का आज दूसरा दिन है. 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर पार्टी की समीक्षा बैठक हुई. समीक्षा बैठक में तेजस्वी यादव सभी नेताओं से फीडबैक लिया और जानने की कोशिश की कि आखिर लोकसभा चुनाव के दौरान कहां कमी रह गई थी.

समीक्षा बैठक में नहीं पहुंचे लालू : आरजेडी की 2 दिवसीय समीक्षा बैठक के पहले दिन लालू प्रसाद शामिल नहीं हुए थे. आज की भी बैठक में लालू प्रसाद के शामिल होने की संभावना नहीं है. स्वास्थ कारणों से लालू प्रसाद के बैठक में शामिल नहीं होने की चर्चा है, लेकिन यह कोई पहल मामला नहीं है.

पहले भी बैठक से लालू ने बनाई थी दूरी: इससे पहले भी कई बैठकों में लालू प्रसाद यादव शामिल नहीं हुए थे. 2020 विधानसभा चुनाव के बाद पूरी पार्टी की राजनीति तेजस्वी यादव के ही इर्दगिर्द घूमती हुई दिख रही है. 2024 लोकसभा चुनाव में भी लालू प्रसाद यादव की सक्रियता सिर्फ सारण लोकसभा क्षेत्र तक ही सीमित रह गई थी.

लोकसभा चुनाव में तेजस्वी ने संभाला था मोर्चा: पूरे चुनाव प्रचार की कमान तेजस्वी यादव ने अपने कंधे पर लिया था. तेजस्वी यादव ने 2020 विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक चुनावी सभा को संबोधित किया था. इसी तरीके से 2024 लोकसभा चुनाव में भी 251 चुनावी सभा को तेजस्वी यादव ने संबोधित किया. 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सारी रणनीति हो या प्रत्याशी का चयन पर चर्चा लालू प्रसाद यादव ने की लेकिन पार्टी के चेहरा के रूप में तेजस्वी यादव भी सामने दिखे.

BJP का राजद पर तंज: राजद की समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव के शामिल नहीं होने पर भाजपा ने राजद पर चुटकी ली. बीजेपी के प्रवक्ता मनीष पांडे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राजद 40 सीट का दावा कर रही थी, लेकिन चार सीट पर सिमट कर रह गई. राजद की समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव नहीं दिख रहे हैं. मनीष पांडे ने कहा कि क्या चुनाव परिणाम को देखते हुए लालू प्रसाद यादव ने बैठक से अपनी दूरी बना ली है.

"राजद लालू प्रसाद यादव को दूध की मक्खी की तरह निकाल कर फेंकने का काम कर रही है. राजद की समीक्षा बैठक में तेजस्वी यादव के सामने लालू प्रसाद का ना रहना सवाल तो खड़ा करता ही है."- मनीष पांडे,बीजेपी प्रवक्ता

राजद के जवाब: राजद की समीक्षा बैठक में लालू प्रसाद यादव के नहीं रहने पर बीजेपी सवाल उठा रही है. इस पर राजद ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि पार्टी की समीक्षा बैठक पार्टी की मजबूती के लिए आयोजित की गई है. पार्टी किस तरीके से बेहतर ढंग से चले उसको लेकर भी समीक्षा बैठक में चर्चा हो रही है. राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं तेजस्वी यादव के दिशा निर्देशों पर काम करने की बात हो रही है.बिहार की जनता के बीच में तेजस्वी यादव की स्वीकारता जिस तरीके से बढ़ी है उसको लेकर भी पार्टी के अंदर चर्चा हो रही है।.

"बीजेपी को दूसरे के घर में झांकने की आदत है. BJP के अंदर नरेंद्र मोदी को लेकर किस तरीके से अविश्वास बढ़ा है, यह बीजेपी को नहीं दिख रहा है. भाजपा के अंदर खुद जूतम पैजार की स्थिति बनी हुई है. NDA के नाम पर 5 - 6 लोगों के हाथ में केंद्र की सत्ता से बीजेपी के सांसद भी खुश नहीं है. RSS ने बीजेपी को लेकर जिस तरीके का वक्तव्य दिया है इससे साफ हो जाता है कि बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता

क्या कहते हैं विश्लेषक: वरिष्ठ पत्रकार सुनील पांडेय का कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव है यह सब कोई जानता है. लेकिन लोग यह भी जानते हैं कि लालू प्रसाद यादव की विरासत को तेजस्वी यादव ने संभाल लिया है. सुनील पांडेय का कहना है कि तेजस्वी यादव ने न केवल लालू प्रसाद यादव की विरासत को संभाला है बल्कि यह प्रमाणित भी किया है कि वह इसे संभालने में सक्षम हैं.

"2019 का लोकसभा चुनाव हो या 2020 का विधानसभा चुनाव और इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने अपनी उपयोगिता साबित की. 2020 विधानसभा चुनाव में राजद के पोस्टर से लालू प्रसाद यादव गायब हो गए थे. RJD के नए पोस्टर बॉय तेजस्वी यादव बने थे और 2020 विधानसभा चुनाव में जिस तरीके से तेजस्वी यादव में चुनाव प्रचार का कमान संभाला और जो परिणाम सामने आया उससे उनकी उपयोगिता साबित उस समय हो गई थी."-सुनील पांडेय,वरिष्ठ पत्रकार

'तेजस्वी संभालेंगे विरासत': सुनील पांडेय ने कहा कि ऐसा ही कुछ 2024 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला. भले ही पार्टी की सारी रणनीति लालू प्रसाद यादव तय कर रहे थे लेकिन चुनाव प्रचार का पूरा कमान तेजस्वी के हाथों में था. सुनील पांडेय का कहना है कि आरजेडी में यह स्पष्ट हो गया है कि भले ही लालू प्रसाद यादव के परिवार में और भी राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन पार्टी में यह सभी तेजस्वी यादव के सहयोगी की भूमिका में ही रहेंगे. पार्टी का पूरा कमान तेजस्वी यादव के हाथों में ही दिखेगा.

तेजस्वी यादव ले रहे हैं फीडबैक: 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर राजद में समीक्षा का दौर चल रहा है. कल की बैठक में सभी लोकसभा प्रभारियों और प्रत्याशियों के चुनाव परिणाम पर समीक्षा की गई. इसके अलावे बिहार विधानसभा उपचुनाव को लेकर भी तेजस्वी यादव ने चर्चा की. शुक्रवार को समीक्षा बैठक के दूसरे दिन शाम 5 बजे से फिर बैठक आयोजित है. इस बैठक में लोकसभा में राजद के चारों सांसद सभी विधायक सभी लोकसभा के सभी प्रत्याशी बैठक में शामिल होंगे.

मीसा को लोकसभा में सदन का नेता बनाने पर फैसला: राजद के समीक्षा बैठक के दूसरे दिन पार्टी के लोकसभा में संसदीय दल के नेता पर भी चर्चा होगी. लोकसभा में राजद के 4 सांसद चुनकर गए हैं. पाटलिपुत्र से मीसा भारती, जहानाबाद से सुरेंद्र यादव,औरंगाबाद से अभय कुशवाहा और बक्सर से सुधाकर सिंह चुनाव जीत जीते थे. आज की बैठक में मीसा भारती को सदन के नेता के रूप में चुनने पर फैसला होगा.

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