पटनाः महागठबंधन सरकार में आरजेडी कोटे से मंत्री रहे कई नेता अब जांच के दायरे में है. पूर्व पीएचईडी मंत्री ललित यादव पर भी अनियमितता के आरोप लग रहे हैं. बिहार के डिप्टी सीएम और पीएचईडी मंत्री विजय सिन्हा ने पीएचईडी में हुए टेंडर में अनियमितता का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच की बात कही है. विजय सिन्हा के आरोपों पर पूर्व मंत्री ललित यादव का कहना है कि कोई अनियमितता नहीं हुई है. सरकार जैसे चाहे जांच करा ले.
कैबिनेट की स्वीकृति के बाद निकाला गया टेंडरः पूरे मामले पर सफाई देते हुए ललित यादव ने कहा कि मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद ही टेंडर निकाला गया था और इसमें किसी तरह की कोई अनियमिमता नहीं हुई है. ललित यादव ने कहा कि "सरकार जो चाहे, जैसे चाहे जांच करा ले, जो करना है कर ले कुछ नहीं निकलनेवाला है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार जो रही है वो राज्य की जनता देख रही है".
सीएम नीतीश ने कही थी जांच की बात: 12 फरवरी को विधानसभा में विश्वासमत के दौरान सीएम नीतीश ने आरजेडी कोटे के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच की बात कही थी. उसके बाद मंत्रिमंडल सचिवालय ने महागठबंधन सरकार में रहे डिप्टी सीएम तेजस्वी सहित आरजेडी कोटे के कई मंत्रियों के विभागों की जांच के आदेश दिए थे. अब डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने पीएचईडी के टेंडर पर सवाल उठाए हैं और जांच की बात कही है.
बता दें कि सोमवार को पीएचईडी मंत्री विजय सिन्हा ने आरोप लगाया था कि महागठबंधन सरकार के दौरान पीएचईडी में जो साढ़े चार हजार करोड़ के टेंडर हुए थे उनमें बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है. विजय सिन्हा ने टेंडर में हेराफेरी करने और अपने चेहेतों को ठेका देने का आरोप लगाया था.