लक्सर: पर्याप्त गन्ना न मिलने के कारण लक्सर राय बहादुर नारायण सिंह शुगर मिल ने वर्तमान पेराई सत्र बंद करने की तैयारी कर ली है. मिल को प्रतिदिन एक लाख तीस हजार क्विंटल गन्ने की जरूरत है. जबकि इन दिनों उसके आधे से भी कम गन्ना मिल को नहीं मिल पा रहा है. जिसके चलते मिल प्रबंधन ने सहकारी गन्ना समितियां को अंतिम नोटिस जारी कर मिल बंद करने की घोषणा कर दी है.
लक्सर शुगर मिल को सहकारी गन्ना विकास समिति लक्सर के अलावा ज्वालापुर, इकबालपुर व लिब्बरहेड़ी गन्ना समितियों द्वारा गन्ने की आपूर्ति की जाती है. इन समितियां से गन्ना खरीदने के लिए मिल द्वारा 101 गन्ना खरीद केंद्र बनाए गए हैं. गन्ना सीजन के अंतिम दौर में चलते गन्ने की आवक बेहद कम हो जाने पर तीन दर्जन गन्ना खरीद केंद्रों को पहले ही बंद कर दिया गया है. मिल गेट तथा अन्य खरीद केंद्रों पर मुक्त गन्ना खरीद की जा रही है. लेकिन इसके बावजूद मिल को जरूरत के अनुसार गन्ना नहीं मिल पा रहा है. मिल द्वारा चालू सत्र में अभी तक 85.78 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई है, जबकि गत वर्ष अभी तक 166 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई थी. गत वर्ष मिल का पेराई सत्र 21 मई को समाप्त हुआ था. जबकि इस बार चालू सत्र में 19 मार्च यानि आज ही समाप्त किया जा रहा है. जो गत वर्ष से 70 दिन कम है.
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मिल के प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि पिछले करीब एक माह से अधिक समय से मिल को पर्याप्त गन्ना नहीं मिल पा रहा है. जबकि मिल गेट समेत गन्ना खरीद केंद्रों पर गन्ने की मुक्त खरीद की जा रही है. इसके बावजूद भी मिल को 12 से 15 घंटे बंद करना पड़ रहा है. जिससे लगता है कि क्षेत्र के किसान अपना गन्ना शुगर मिल को आपूर्ति कर चुके हैं. किसानों के खेतों में जो गन्ना खड़ा है. वह किसानों द्वारा बीज में इस्तेमाल करने के लिए रोका हुआ है. शुगर मिल द्वारा लक्सर, ज्वालापुर, इकबालपुर, लिब्बरहेड़ी सहकारी गन्ना समितियों को मिल रविवार को मिल बंदी का अंतिम नोटिस जारी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि 19 मार्च की शाम यानी आज पेराई सत्र समाप्त कर मिल को बंद कर दिया जाएगा.
बता दें कि लक्सर शुगर मिल का पेराई सत्र 16 नवंबर से शुरू हुआ था. मिल प्रबंधन ने दस मार्च तक खरीदे गए गन्ने का 15.67 करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना समितियों को जारी कर दिया है. मिल के महाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि चालू पेराई सत्र में मिल ने दस मार्च तक का भुगतान सहकारी गन्ना विकास समितियां को जारी कर दिया है. मिल द्वारा चालू सत्र का 307.37 करोड़ का गन्ना भुगतान किसानों को किया जा चुका है.