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लक्सर शुगर मिल ने किया किसानों के गन्ने का पूरा भुगतान, इस बार उठाना पड़ा नुकसान - Laksar Sugar Mill - LAKSAR SUGAR MILL

हरिद्वार जिले के राय बहादुर नारायण सिंह शुगर मिल लक्सर को पेराई सत्र 2023-24 में नुकसान उठाना पड़ा है. गन्ने की आपूर्ति कम रहने के कारण पेराई सत्र मार्च में ही बंद करना पड़ा था. बावजूद इसके मिल की तरफ से इस पेराई सत्र का पूरा भुगतान किसानों को कर दिया गया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 4, 2024, 11:40 AM IST

लक्सर: राय बहादुर नारायण सिंह शुगर मिल लक्सर ने पेराई सत्र 2023-24 का किसानों का संपूर्ण गन्ना भुगतान कर दिया है. शुगर मिल एक मार्च से दस मार्च तक के गन्ने का भुगतान पहले ही कर चुकी है. अब 11 मार्च से 19 मार्च तक नौ दिन के शेष बचे 13.53 करोड़ का गन्ना भुगतान सहकारी गन्ना विकास समिति को भेज दिया गया है.

शुगर मिल के प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि दस मार्च तक का किसानों का गन्ना भुगतान सहकारी गन्ना समितियों को पहले ही भेज दिया गया था. चीनी मिल का वर्ष 2023-24 का पेराई सत्र 16 नवंबर 2023 को शुरू हुआ था और 20 मार्च 2024 को पेराई सत्र का समापन किया गया था.

प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि शुगर मिल की ओर से नियमित रूप से लगातार किसानों का गन्ना भुगतान किया जा रहा है. मिल पर किसानों का 11 मार्च से 19 मार्च तक नौ दिन का गन्ना भुगतान अवशेष था, जिसका भुगतान बुधवार को करने के बाद मिल की ओर से पेराई सत्र 2023-24 का कुल 320.90 करोड़ का संपूर्ण गन्ना भुगतान किया जा चुका है.

प्रधान प्रबन्धक ने किसानों से अनुरोध किया कि वह बुवाई करते समय गन्ने के बीज पर विशेष ध्यान दें व उन्नतशील गन्ना प्रजातियों को 0.0118, को 15023, कोशा 13235, कोलख 14201 और को 98014 की ही बुवाई करे. उन्होंने कहा कि बुवाई का समय चल रहा है. किसान प्रत्येक खेत में बुवाई से पूर्व शत प्रतिशत खेतों में ट्राइकोडर्मा का प्रयोग अवश्य करें.

बता दें लक्सर शुगर मिल पराई और भुगतान के मामले में अब तक नंबर वन पर रहा है. इस वर्ष लक्सर में बाढ़ आने के कारण किसानों की फैसल बर्बाद हो गई थी, जिस कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं लक्सर शुगर मिल भी इस बार काफी लॉस में रही. क्योंकि हर बार पेराई सत्र नवंबर माह से शुरू होकर मई माह तक चलता था. मगर इस बार शुगर मिल को गन्ने की आपूर्ति कम होने की वजह से शुगर मिल को मार्च के बीच में ही बंद करना पड़ा.

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लक्सर: राय बहादुर नारायण सिंह शुगर मिल लक्सर ने पेराई सत्र 2023-24 का किसानों का संपूर्ण गन्ना भुगतान कर दिया है. शुगर मिल एक मार्च से दस मार्च तक के गन्ने का भुगतान पहले ही कर चुकी है. अब 11 मार्च से 19 मार्च तक नौ दिन के शेष बचे 13.53 करोड़ का गन्ना भुगतान सहकारी गन्ना विकास समिति को भेज दिया गया है.

शुगर मिल के प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि दस मार्च तक का किसानों का गन्ना भुगतान सहकारी गन्ना समितियों को पहले ही भेज दिया गया था. चीनी मिल का वर्ष 2023-24 का पेराई सत्र 16 नवंबर 2023 को शुरू हुआ था और 20 मार्च 2024 को पेराई सत्र का समापन किया गया था.

प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि शुगर मिल की ओर से नियमित रूप से लगातार किसानों का गन्ना भुगतान किया जा रहा है. मिल पर किसानों का 11 मार्च से 19 मार्च तक नौ दिन का गन्ना भुगतान अवशेष था, जिसका भुगतान बुधवार को करने के बाद मिल की ओर से पेराई सत्र 2023-24 का कुल 320.90 करोड़ का संपूर्ण गन्ना भुगतान किया जा चुका है.

प्रधान प्रबन्धक ने किसानों से अनुरोध किया कि वह बुवाई करते समय गन्ने के बीज पर विशेष ध्यान दें व उन्नतशील गन्ना प्रजातियों को 0.0118, को 15023, कोशा 13235, कोलख 14201 और को 98014 की ही बुवाई करे. उन्होंने कहा कि बुवाई का समय चल रहा है. किसान प्रत्येक खेत में बुवाई से पूर्व शत प्रतिशत खेतों में ट्राइकोडर्मा का प्रयोग अवश्य करें.

बता दें लक्सर शुगर मिल पराई और भुगतान के मामले में अब तक नंबर वन पर रहा है. इस वर्ष लक्सर में बाढ़ आने के कारण किसानों की फैसल बर्बाद हो गई थी, जिस कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं लक्सर शुगर मिल भी इस बार काफी लॉस में रही. क्योंकि हर बार पेराई सत्र नवंबर माह से शुरू होकर मई माह तक चलता था. मगर इस बार शुगर मिल को गन्ने की आपूर्ति कम होने की वजह से शुगर मिल को मार्च के बीच में ही बंद करना पड़ा.

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