धौलपुर. ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड पर ऋषि पंचमी के अवसर पर साधु संतों ने मचकुंड सरोवर में शाही स्नान किया. साधु संतों के स्नान के बाद लक्खी मेले का भी आगाज हो गया. छठ तक मेले का आयोजन किया जाएगा.
भगवान रणछोड़ की नगरी धौलपुर में ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड पर रविवार सुबह साधु संतों के शाही स्नान के बाद मेले की शुरुआत हो गई. साधु संतों द्वारा ध्वजा पताकाएं लगाकर शाही सवारी निकाली. मचकुंड सरोवर पर ब्रह्म बेला में शाही स्नान किया गया. साधु संतों और श्रद्धालुओं द्वारा मचकुंड सरोवर की पूजा अर्चना कर परिक्रमा भी की गई. छठ रात्रि तक मेले का आयोजन किया जाएगा. ऋषि पंचमी से छठ तक मेले का आयोजन किया जाता है. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान समेत अन्य प्रांतों से श्रद्धालु मचकुंड धाम पर दर्शन करने पहुंचते हैं. भगवान लालडी जगमोहन की श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से ही पूजा अर्चना की जा रही है. श्रद्धालुओं द्वारा भंडारे और लंगर भी लगाए जा रहे हैं.
छठ को होगा कलंगियों का विसर्जन : छठ अर्थात सोमवार को मचकुंड सरोवर में नव विवाहित जोड़ों की कलंगियों का मचकुंड सरोवर में विसर्जन किया जाएगा. पौराणिक मान्यता के मुताबिक नव विवाहित जोड़ों की कलंगी एवं मोहरों का मचकुंड में विसर्जन करने की पुरानी मान्यता रही है. बताते हैं नव दंपति के जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. भगवान मचकुंड सभी की मनोकामना पूरी करते हैं.
प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था : मचकुंड पर चलने वाले दो दिवसीय मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारी को अंजाम दे दिया है. भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया है. मचकुंड सरोवर के आसपास अप्रिय घटना को देखते हुए 50 गोताखोर भी तैनात किए हैं. पार्किंग और पेयजल व्यवस्था के साथ मचकुंड सरोवर के चारों तरफ लाइट की भी बेहतर व्यवस्था की गई है.