दुमका: जिले के जरमुंडी प्रखंड स्थित हरिनमारा गांव में आज भी लोगों को बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर है. गांव तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है, लोग पगडंडी के सहारे गांव तक पहुंचते हैं. इसके साथ ही लोगों का आरोप है कि मुख्य सड़क की दूरी एक किलोमीटर है और बीमार व्यक्ति को खाट पर ले जाना पड़ता है. जिसके कारण गांव से मुख्य सड़क तक आने-जाने में लोगों की जान चली जाती है.
ऐसे में लोगों का आरोप है कि जन प्रतिनिधि लोगों से वोट तो ले लेते हैं लेकिन वोट के बदले हमें कोई सुविधा नहीं मिलती. गांव में पेयजल के लिए जलमीनार का निर्माण कराया गया था लेकिन जलमीनार तो बना लेकिन लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि जलमीनार बनने के साथ ही जलमीनार में लगा मोटर चोरी हो गया है. गांव में स्वास्थ्य सेवा भी बदहाल है. यहां न तो स्वास्थ्य केंद्र है और न ही उपकेंद्र.
ग्रामीणों ने बताया कि लोगों को गांव से सीएससी जरमुंडी तक 15 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. गांव के रास्ते में 15वें वित्त आयोग से बनी पुलिया भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गईं. बनने के दो महीने के अंदर ही में ही वह खराब हो गया. इससे गांव के लोगों में काफी आक्रोश है. सुविधाओं के लिए हम स्थानीय जन प्रतिनिधियों से लेकर जिला पदाधिकारी तक आवेदन दे चुके हैं, फिर भी हमें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है.
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