ETV Bharat / state

ला मार्टिनियर बॉयज कॉलेज से हटाए गए 11 शिक्षकों को दोबारा किया गया बहाल - La Martiniere Boys College - LA MARTINIERE BOYS COLLEGE

लखनऊ के ला मार्टिनियर बॉयज कॉलेज से हटाए गए सभी 11 शिक्षकों को नए प्रिंसिपल ने दोबारा बहाल किया है. फूड प्रिंसिपल ने गलत तरीके से इन सभी शिक्षकों को विद्यालय से हटा दिया था. क्यों कि शिक्षकों ने पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ वित्तीय अनियमित करने के साथ ही पद का गलत दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 14, 2024, 1:28 PM IST


लखनऊ: ला मार्टिनियर बॉयज कॉलेज के नए प्रिंसिपल ने पूर्व प्रिंसिपल कार्लाइल मैक फारलैंड द्वारा उनके खिलाफ विरोध करने पर हटाए गए 11 शिक्षकों को बहाल कर दिया है. यह निर्णय शनिवार को कॉलेज बोर्ड रूम में हुई लोकल कमिटी ऑफ गवर्नर्स की बैठक में लिया गया. पूर्व प्रिंसिपल ने इन सभी शिक्षकों को अपने सेवा समाप्ति के अंतिम दिन टर्मिनेट कर दिया था. ला मार्टीनिया बॉयज स्कूल लखनऊ के सबसे प्रतिष्ठित विद्यालयों में से एक है. इस स्कूल की ख्याति न केवल उत्तर प्रदेश नहीं, बल्कि देश के कोने-कोने तक फैली हुई है. बीते साल सितंबर में प्रिंसिपल के ऊपर वित्तीय अधिवक्ता के आरोप के बाद स्कूल में शिक्षकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.

ज्ञात हो, कि शिक्षकों को पिछले साल दिसंबर में पूर्व प्रिंसिपल मैकफारलैंड के प्रिंसिपल रूम को शिक्षकों ने बंद करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर कई तरह के आरोप लगाते हुए उन्हें गलत तरीके से प्रिंसिपल पद पर बने रहने का आरोप लगाया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिक्षकों ने आरोप लगाया था, कि प्रिंसिपल सेवानिवृत्त हो गए हैं और अवैध रूप से प्रिंसिपल का पद संभाल रहे हैं. यह मामला काफी हाईलाइट होने के बाद स्थानीय गवर्नेंस कमेटी ने इस मामले की जांच शुरू की थी. शिक्षकों के इस विरोध के बाद पूर्व प्रिंसिपल ने सभी 11 शिक्षकों को स्कूल से बर्खास्त कर दिया था.

इसे भी पढ़े-ला मार्टिनियर कॉलेज के 6 कर्मचारी कोरोना संक्रमित, छात्रों में खौफ

इससे पहले हटाए गए शिक्षकों ने अपनी बर्खास्तगी को अवैध बताया था. हटाए गए के शिक्षकों ने अपने प्रतिवेदन में कहा, था कि जनवरी 2024 में प्रमुख सचिव न्याय और लखनऊ मार्टिन चैरिटीज के ट्रस्टी विनोद सिंह रावत द्वारा जारी किए गए ट्रस्टियों के आदेश के खिलाफ है. इसमें स्कूल के ट्रस्टियों ने गैरी डोमिनिक एवरेट को नया प्रिंसिपल नियुक्त किया था. उन्होंने कहा कि प्रमुख सचिव के पत्र में कहा गया है, कि एक अप्रैल को औपचारिक रूप से कार्यभार ग्रहण करने तक एवरेट मनोनीत प्राचार्य रहेंगे और तब तक कॉलेज के सभी प्रशासनिक निर्णय उनकी अनुमति से लिए जाएंगे, इसलिए नियमानुसार उन्हें हटाया नहीं जा सकता. ऐसे में ट्रस्टियों के आदेश के बाद पूर्व प्रिंसिपल ने किस हैसियत से उन्हें स्कूल से टर्मिनेट किया था. मामले की सुनवाई करते हुए नए प्रिंसिपल और ट्रस्ट के लोगों ने सभी शिक्षकों को बहाल करने का आदेश दिया है.

बैठक में स्कूल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने, परिसर में एक फुल टाइम अंग्रेजी भाषा केंद्र स्थापित करने और बोर्डिंग हाउसों को चौबीसों घंटे सीसीटीवी निगरानी के साथ पूरी तरह से वातानुकूलित छात्रावास में अपग्रेड करने का भी निर्णय लिया गया. एक ही कक्षा में नामांकित सभी विद्यार्थियों के लिए एक सामान्य शुल्क संरचना लागू करने का भी आदेश दिया गया है.

यह भी पढ़े-इस मिशनरी स्कूल में 7 जनवरी से मिलेंगे नर्सरी के फॉर्म


लखनऊ: ला मार्टिनियर बॉयज कॉलेज के नए प्रिंसिपल ने पूर्व प्रिंसिपल कार्लाइल मैक फारलैंड द्वारा उनके खिलाफ विरोध करने पर हटाए गए 11 शिक्षकों को बहाल कर दिया है. यह निर्णय शनिवार को कॉलेज बोर्ड रूम में हुई लोकल कमिटी ऑफ गवर्नर्स की बैठक में लिया गया. पूर्व प्रिंसिपल ने इन सभी शिक्षकों को अपने सेवा समाप्ति के अंतिम दिन टर्मिनेट कर दिया था. ला मार्टीनिया बॉयज स्कूल लखनऊ के सबसे प्रतिष्ठित विद्यालयों में से एक है. इस स्कूल की ख्याति न केवल उत्तर प्रदेश नहीं, बल्कि देश के कोने-कोने तक फैली हुई है. बीते साल सितंबर में प्रिंसिपल के ऊपर वित्तीय अधिवक्ता के आरोप के बाद स्कूल में शिक्षकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.

ज्ञात हो, कि शिक्षकों को पिछले साल दिसंबर में पूर्व प्रिंसिपल मैकफारलैंड के प्रिंसिपल रूम को शिक्षकों ने बंद करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके ऊपर कई तरह के आरोप लगाते हुए उन्हें गलत तरीके से प्रिंसिपल पद पर बने रहने का आरोप लगाया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिक्षकों ने आरोप लगाया था, कि प्रिंसिपल सेवानिवृत्त हो गए हैं और अवैध रूप से प्रिंसिपल का पद संभाल रहे हैं. यह मामला काफी हाईलाइट होने के बाद स्थानीय गवर्नेंस कमेटी ने इस मामले की जांच शुरू की थी. शिक्षकों के इस विरोध के बाद पूर्व प्रिंसिपल ने सभी 11 शिक्षकों को स्कूल से बर्खास्त कर दिया था.

इसे भी पढ़े-ला मार्टिनियर कॉलेज के 6 कर्मचारी कोरोना संक्रमित, छात्रों में खौफ

इससे पहले हटाए गए शिक्षकों ने अपनी बर्खास्तगी को अवैध बताया था. हटाए गए के शिक्षकों ने अपने प्रतिवेदन में कहा, था कि जनवरी 2024 में प्रमुख सचिव न्याय और लखनऊ मार्टिन चैरिटीज के ट्रस्टी विनोद सिंह रावत द्वारा जारी किए गए ट्रस्टियों के आदेश के खिलाफ है. इसमें स्कूल के ट्रस्टियों ने गैरी डोमिनिक एवरेट को नया प्रिंसिपल नियुक्त किया था. उन्होंने कहा कि प्रमुख सचिव के पत्र में कहा गया है, कि एक अप्रैल को औपचारिक रूप से कार्यभार ग्रहण करने तक एवरेट मनोनीत प्राचार्य रहेंगे और तब तक कॉलेज के सभी प्रशासनिक निर्णय उनकी अनुमति से लिए जाएंगे, इसलिए नियमानुसार उन्हें हटाया नहीं जा सकता. ऐसे में ट्रस्टियों के आदेश के बाद पूर्व प्रिंसिपल ने किस हैसियत से उन्हें स्कूल से टर्मिनेट किया था. मामले की सुनवाई करते हुए नए प्रिंसिपल और ट्रस्ट के लोगों ने सभी शिक्षकों को बहाल करने का आदेश दिया है.

बैठक में स्कूल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने, परिसर में एक फुल टाइम अंग्रेजी भाषा केंद्र स्थापित करने और बोर्डिंग हाउसों को चौबीसों घंटे सीसीटीवी निगरानी के साथ पूरी तरह से वातानुकूलित छात्रावास में अपग्रेड करने का भी निर्णय लिया गया. एक ही कक्षा में नामांकित सभी विद्यार्थियों के लिए एक सामान्य शुल्क संरचना लागू करने का भी आदेश दिया गया है.

यह भी पढ़े-इस मिशनरी स्कूल में 7 जनवरी से मिलेंगे नर्सरी के फॉर्म

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.