कुशीनगर : जिले की स्वाट टीम ने कुछ दिन पहले कप्तानगंज थाना क्षेत्र में जुए के कारोबार का भंडाफोड़ किया था. इसमें अंतर्जनपदीय 18 जुआरियों को पुलिस ने जेल भेजा था, लेकिन गोरखधंधे को संचालित करने वाला मुख्य आरोपी संजय पटेल फरार हो गया था. इसके बाद कुशीनगर पुलिस ने उसे मोस्टवांटेड घोषित कर आसपास के जिलों से लेकर पड़ोसी राष्ट्र नेपाल तक जाल बिछाया था. बावजूद इसके संजय पटेल ने पुलिस को चकमा देकर जिला सत्र न्यायालय में सरेंडर कर दिया. इस मामले में कप्तानगंज थानाध्यक्ष के साथ एक एसआई और दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया.
बता दें, नगर पंचायत कप्तानगंज के वार्ड नम्बर 11 का सभासद संजय पटेल जुआ और सूदखोरी का कारोबार चला रहा था. संजय पटेल की मदद कस्बे का ही एक सफेदपोश कर रहा था. गिरोह में कई युवक जिले के अलावा देवरिया, महराजगंज और गोरखपुर जिले के शामिल हैं. विगत दिनों एसपी संतोष कुमार मिश्रा के निर्देश पर स्वॉट टीम और सीओ ने छापेमारी कर मौके से 18 जुआरियों को गिरफ्तार किया था. उस दौरान संजय पटेल भागने में सफल रहा. इसके बाद संजय कोर्ट में हाजिर हो गया. वहां से उसे जेल भेज दिया गया.
सीओ कुंदन सिंह ने बताया कि पुलिस उसके गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही थी. इसी बीच आरोपी कोर्ट में हाजिर हो गया है. संजय पर उत्तराखंड में सुपारी लेकर भाजपा नेता की हत्या में शामिल होने का आरोप है. उत्तराखंड के मामले में वारंट जारी होने के बाद कुछ महीना पहले ही वह जेल से रिहा होकर आया था. उसके आपराधिक रिकार्ड के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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