कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में जहां इन दिनों लोगों को जहां सूखे के हालात का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं, कई इलाकों में लोगों के द्वारा जंगलों में आग भी लगाई जा रही है. जंगलों में लगी आग के चलते जहां वन संपदा नष्ट हो रही है तो वहीं, वन्य प्राणी भी की चपेट में आ रहे हैं. जंगलों में लगी आग के चलते अब ऊंचाई पर रहने वाले वन्य जीव निचले इलाकों का रुख कर रहे हैं और अब निचले इलाकों में तेंदुए भी विचरण कर रहे हैं. जिससे लोगों को अपने कृषि कार्य करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जिला कुल्लू की खराहल घाटी की बात करें तो यहां पर न्योली पंचायत के विभिन्न इलाकों में तेंदुआ घूमता हुआ पाया जा रहा है. ग्रामीण इलाकों में घूम रहे तेंदुए का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है और लोगों ने भी अब वन विभाग से मांग की है कि वे इस तेंदुआ को जल्द से जल्द पिंजरे में कैद करें, ताकि लोग आसानी से अपने कृषि कार्य को पूरा कर सकें.
खराहल घाटी के ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों में लगी आग के चलते अब वन्य प्राणी निचले इलाकों का रुख कर रहे हैं. जिसके चलते तेंदुए के अलावा अन्य वन्य जीव भी उनके खेतों के आसपास घूम रहे हैं. तेंदुए के खुले में घूमने के चलते अब भी अपने छोटे बच्चों को भी घर से बाहर भेजने में घबरा रहे हैं, क्योंकि यह कभी भी किसी पर हमला कर सकते हैं.
महादेव युवा मंडल के प्रधान गोपाल महंत, पंचायत समिति सदस्य विशाल महंत, स्थानीय निवासी गौतम राम मोहर सिंह का कहना है कि इससे पहले भी कई बार तेंदुआ निचले इलाकों में आकर कुत्तों को अपना निशाना बन चुक चुका है. ऐसे में अब कुछ दिनों से फिर से खेतों के आसपास तेंदुआ नजर आ रहा है और इससे ग्रामीणों को अपनी जान का भी डर बना हुआ है. वहीं अब ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग रखी है कि वह जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे की व्यवस्था करें और इसे पड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए.