कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल निरमंड के बागी पुल में बादल फटने से कई जानें चली गई. बादल फटने के चलते कई लोग अभी भी लापता है. एनडीआरएफ की टीम उन्हें मलबे में तलाश कर रही है. हालांकि कुछ लोगों के शव मिल गए हैं, लेकिन अभी भी कई लोग मलबे में लापता चल रहे हैं, जिनकी तलाश लगातार जारी है. बागीपुल में रहने वाला जियालाल बिष्ट का परिवार भी इस हादसे की चपेट में आ गया. जियालाल के परिवार में अब एक बहू और पोता ही बचे हैं. जो दिल्ली में रहते हैं.
जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों ने पहले ही बागी पुल में लोगों को बादल फटने की सूचना दे दी थी और लोग अपने घरों से निकलने के लिए तैयार थे. जियालाल बिष्ट भी अपने परिवार के साथ घर से बाहर निकल रहे थे. उन्होंने गाड़ी का बंदोबस्त भी कर लिया था और एक बेटा गाड़ी में बैठ गया था, लेकिन जियालाल बिष्ट की पत्नी के टांग में काफी दर्द था. ऐसे में वह सभी उसे घर से बाहर निकालने के लिए गए, लेकिन तभी भारी मलबा आया और परिवार के सभी सदस्य बह गए.
स्थानीय निवासी एरिक कायथ ने बताया कि लोगों ने पहले ही बादल फटने के बारे में जानकारी दे दी थी और लोग अपने-अपने घरों से सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे थे, लेकिन अचानक से आए जलजले में कई लोग लापता हो गए और कुछ लोगों की मौत हो गई. हादसे में जिया लाल बिष्ट का शव बरामद हो गया है. जियालाल बिष्ट की पत्नी रेवता देवी, बड़ा बेटा भारत भूषण और छोटे बेटे बृजभूषण का अभी कोई पता नहीं चल पाया है. वहीं, इसी मकान में रहने वाले दो नेपाली भी बाढ़ में लापता हो गए हैं. इसके अलावा जियालाल का ससुराल भी साथ लगते मकान में ही था और इस बाढ़ में जियालाल बिष्ट की सास दल्लू देवी भी लापता हो गई हैं, हालांकि दल्लू देवी के बेटा और बहू बाढ़ आने से पहले ही बाहर निकलने में कामयाब हो गए थे.
जियालाल बिष्ट का बड़ा बेटा दिल्ली में नौकरी करता था और वो कुछ दिन पहले ही यहां आया था. बीती हादसे से पहले वो अपने ससुराल निरमंड में रहने आया था और ससुराल वालों ने उसे वहीं पर रहने का भी आग्रह किया था, लेकिन भारत भूषण अपने घर आया और रात को पानी के साथ आए मलबे में बह गया. एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने बताया कि लापता लोगों की मलबे में तलाश की जा रही है और प्रभावित लोगों को राहत दी जा रही है. कुछ लोगों के शव बरामद हो गए हैं और कुछ लोगों की तलाश लगातार जारी है.