हजारीबागः लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर झारखंड में काफी गहमागहमी है. राज्य में पहले दौर में चार सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है, 10 सीटों का रण अभी बाकी है. इसमें हजारीबाग लोकसभा सीट भी है. लेकिन इस संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी चुनने को लेकर समाज गुटों में बंटता नजर आ रहा है.
हजारीबाग संसदीय क्षेत्र में समाज टुकड़े टुकड़े में बंट रहा है. यह चर्चा हजारीबाग में बहुत आम हो गई है. समाज के सदस्य अलग अलग बैठक कर यह निर्णय ले रहे हैं कि किस उम्मीदवार को वोट दिया जाए. उम्मीदवार भी इनके पास पहुंच कर उनसे समर्थन की मांग कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ क्षत्रिय समाज में देखने को मिल रहा है.
हजारीबाग में क्षत्रिय समाज दो गुटों में बंटता हुआ नजर आ रहा है. लोकसभा चुनाव को लेकर एक गुट भाजपा तो दूसरा गुट कांग्रेस के साथ जाने का निर्णय ले रहा है. दोनों गुटों में बैठक कर ऐलान भी कर दिया कि वो किस ओर हैं. बैठक कर सार्वजनिक तौर पर प्रेस कान्फ्रेंस के जरिये बताया जा रहा है. आमतौर पर कोई भी समाज गोपनीय ढंग से बैठक कर चुनाव की रणनीति तैयार करते हैं. अब वो सिलसिला भी समाप्त होता जा रहा है. शहर के क्षत्रिय समाज के एक गुट ने कहा है कि पूरा समाज एकजुट होकर कांग्रेस के साथ है.
वहीं क्षत्रिय समाज के दूसरे गुट ने भी बैठक की, उनका कहना है कि पूरे हजारीबाग के अलग-अलग गांव से क्षत्रिय समाज के लोग जमा हुए. जिसमें आम सहमति से निर्णय लिया गया है कि जिस प्रधानमंत्री ने भगवान श्रीराम को टेंट से लाकर मंदिर में विराजमान कराया वो उनके वंशज हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ क्षत्रिय समाज एकजुट है. क्षत्रिय समाज भाजपा को ही वोट देगा.
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